आगरा(ब्यूरो)। शहर में सामान्य दिनों में 900 से 1000 मीट्रिक टन तक कचरा निकलता है लेकिन अब इसकी मात्रा लगभग डबल हो गई है। इसके पीछे का कारण त्योहार पर घरों में हो रही साफ-सफाई है। गुरुवार को शहर में जहां 1795 मीट्रिक टन कचरा निकला, वहीं बुधवार को 1577 मीट्रिक टन कचरा कलेक्ट किया गया है। कूड़े की मात्रा बढऩे से निगम के इंफ्रास्ट्रक्चर पर दबाव बढ़ गया है।

डबल हो गया शहर से निकलने वाला कचरा

इस कारण शहर में सफाई व्यवस्था गड़बड़ा गई है। गुरुवार को दोपहर एक बजे जयपुर हाउस में रामलीला पार्क के निकट कूड़ेदान से कूड़ा बिखर रहा था और आसपास भी ढेर लग गए थे। कुछ दूरी पर सड़क किनारे कूड़ा पड़ा था। लोहामंडी क्षेत्र में चौराहे से कुछ दूरी पर सड़क किनारे सिल्ट व कूड़ा पड़ा था। ऐसा ही हाल खंदारी क्षेत्र में सौ फुटा रोड पर था। यहां भी सड़क किनारे ढेर लगा था। कमला नगर क्षेत्र में मुगल रोड पर सड़क किनारे कूड़े का ढेर लगा था। विभिन्न ब्लॉक में भी कूड़ा नहीं उठ सका था। सिकंदरा-बोदला रोड से औद्योगिक क्षेत्र की ओर जाने वाले मार्ग पर भी कूड़े का ढेर लगा था। इसके साथ ही सफाई भी नहीं हुई थी। ट्रांस यमुना क्षेत्र में विभिन्न कॉलोनियों में कूड़े नहीं उठा था। रामबाग चौराहे के निकट भी कूड़े का ढेर लगा था। इसके साथ ही डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए भी टीम नहीं पहुंची। आवास विकास क्षेत्र के सेक्टर सात निवासी हरेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि सप्ताह में दो से तीन दिन कूड़ा लेने आते हैं। तीन दिन से कोई नहीं आया और शुक्रवार को दीपोत्सव की शुरुआत हो रही है। बीना गुप्ता ने बताया कि कूड़ा कलेक्शन के नाम पर खाना पूरी हो रही है। टीम मनमाने तरीके से कलेक्शन करती है।

संसाधनों में किया जा रहा इजाफा
अपर नगर आयुक्त एसपी सिंह ने बताया कि शहर में जेनरेट होने वाले कूड़े की मात्रा में बढ़ोत्तरी हुई है। औसतन पहले जहां 900 से 1000 मीट्रिक टन कचरा जेनरेट होता था, वहीं अब 1800 मीट्रिक टन कचरा शहर से निकल रहा है। इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाया जा रहा है। 20 ट्रैक्टर-ट्रॉली, 10 लोडर व अन्य वाहनों की संख्या बढ़ाई गई है।


कमिश्नर ने किया निरीक्षण
गुरुवार को कमिश्नर रितु माहेश्वरी शहर का जायजा लेने निकलीं तो डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की पोल खुल गई। अव्यवस्थाओं से खफा कमिश्नर ने कूड़ा कलेक्शन की जिम्मेदारी संभालने वाली प्राइवेट कंपनी पर 30 लाख रुपए जुर्माना और सुपरवाइजर को निलंबित करने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने बल्केश्वर, यमुना किनारा, कमला नगर, एमजी रोड आदि विभिन्न स्थानों पर सफाई व्यवस्था, पब्लिक टॉयलेट आदि की सफाई व्यवस्था का भी जायजा लिया। घाटों का सौंदर्यीकरण करने के निर्देश दिए। इस दौरान डीएम भानुचंद्र गोस्वामी, नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल, अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।

निरीक्षण के दौरान ये दिए निर्देश
- यमुना की सफाई की जाए
- बल्केश्वर घाट पर हो सफाई और फसाड लाइटिंग
- डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली प्राइवेट कंपनी पर 30 लाख का जुर्माना
- वार्ड 81 में अनुपस्थित सफाईकर्मियों को हटाने, सुपरवाइजर को सस्पेंड करने के निर्देश
- गांधीनगर-पालीवाल पार्क रोड पर हाल ही में बने सेल्फी प्वॉइंट पर बेंच लगाने व लाइटिंग की जाए
- सिकंदरा-करकुंज रोड पर वेंडिंग जोन के पास टॉयलेट भी बनाया जाए
- फुटपाथ पर मानकों के अनुसार इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने के निर्देश

3.50 लाख घरों से उठता है कचरा
300 गाड़ी कूड़ा कलेक्शन के लिए शहर में
700 लोगों से अधिक का स्टाफ कूड़ा कलेक्शन की गाडिय़ों पर
180 पुश कार्ट भी कूड़ा कलेक्शन में लगी

900 से 1000 मीट्रिक टन कचरा निकलता है सामान्य दिनों में
1800 मीट्रिक टन कचरा तक निकल रहा मौजूदा समय में