आगरा(ब्यूरो)।मथुरा के आरसीए कॉलेज की एमए अंतिम वर्ष की छात्रा गौरी दीक्षित को पांच स्वर्ण पदक मिले। पदक विजेता छात्राओं ने इसका श्रेय अपनी मेहनत, गुरुओं के मार्गदर्शन व परिजनों को दिया।

बेटियां पहले देखें, सोचें फिर बढ़े आगे
कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने बेटियों की सफलता पर उनको बधाई देते हुए हर्ष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बेटियों घरेलू कार्य के साथ अपनी पढ़ाई भी पूरी जिम्मेदारी के साथ करती हैं। ये 21 वीं सदी की नारी शक्ति की पहचान हैं। उन्होंने बेटियों को संदेश दिया कि वे पहले देखिए, सोचिए और फिर आगे पढि़ए।

फेल का मतलब फस्र्ट अटेंप्ट इन लर्निंग
यूनिवर्सिटी का नाम संविधान निर्माता के नाम पर है। 21 मार्च 1920 को जिस गांव में बाबा साहेब को सच्चा नेता घोषित किया गया था, उसी गांव के पास का मैं रहने वाला हूं। जिस सभागार में खड़ा हूं, उसका नाम छत्रपति शिवाजी के नाम पर है, जिनके राज्य से मैं आया हूं। यह कहना था डा। भीमराव अंंबेडकर यूनिवर्सिटी के 88वें दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि प्रो। एमएस सालुंखे का। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम द्वारा दी हुई सीख का भी जिक्र किया। कहा कि फेलियर इंसान को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि फेल का मतलब होता है फस्र्ट अटेंप्ट इन लर्निंग। इसी तरह एंड का फुल फार्म है एफर्ट नेवर डाई, इसलिए कोशिश लगातार करते रहिए। उन्होंने कुलाधिपति के राज्य विश्वविद्यालय के प्रति नजरिए को लेकर कहा कि एक कार्यक्रम में उनके भाषण ने मेरी जिंदगी बदल दी। प्रो। सालुंखे ने छात्रों को कौशल पाठ्यक्रमों के प्रति प्रेरित किया। कहा कि आने वाला समय डिजिटल है, इसलिए खुद को हमेशा अपडेट रखें। विश्व बदल रहा है, जिसमें शिक्षा का बड़ा योगदान है। शिक्षा में सकारात्मकता परिलक्षित होनी चाहिए। हमारे पास विश्व के दूसरे सबसे अधिक स्मार्ट फोन यूजर और इंटरनेट यूजर हैं, इसे ही शक्ति बनाना होगा। शोध के प्रति अपने लगाव को बढ़ाकर ही देश को उन्नति के शिखर पर पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने छात्रों से कहा कि कौशल विकास और ज्ञान का इस्तेमाल करने का सही समय है। समाज में सकारात्मक बदलाव लाएं। आप नए भारत का हिस्सा है। यह डिजिटल इंडिया है, जो हब आफ इनोवेशन है और अब धीरे-धीरे भारत स्टार्टअप का देश बनता जा रहा है।

तब तक कोशिश करो, जब तक सफल न हो जाओ
कार्यक्रम में चीफ गेस्ट के रूप में पहुंचीं उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर छात्रों को चलने को कहा। कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि तब तक कोशिश करो जब तक सफल न हो जाओ। मंत्री ने कहा कि राज्यपाल से बहुत कुछ सीखने को मिला है। प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को इसलिए दीक्षा समारोह में बुलाया जाता है ताकि वह सपना देखेंगे एक दिन मुझे भी यहां खड़े होकर पदक लेना है। उन्होंने छात्रों से जीवन में सकारात्मक सोच रखने को कहा। उम्मीद है जब तक आपको लक्ष्य प्राप्त नहीं हो जाता, आप शांत नहीं बैठेंगे और लगन से मेहनत करेंगे।

यूनिवर्सिटी विकसित करेगा हरित परिसर
डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी हरित परिसर विकसित करेगा। वर्षा के जल को सहेजेगा, आने वाले समय में तकनीकी पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। यह जानकारी कुलपति प्रो। आशु रानी ने दीक्षा समारोह के दौरान प्रगति आख्या में बताई। उन्होंने बताया कि आठ लाख 62 हजार से ज्यादा चार्ट की स्कैनिंग हो चुकी है। एक करोड़ से ज्यादा छात्रों का डाटा डिजिटल किया जा चुका है। पीएचडी में 750 छात्रों को प्रवेश दिया गया है। आवासीय परिसर की परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया गया है। यूनिवर्सिटी को चार सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मिल चुके हैं। नारी सशक्तिकरण के लिए महिला प्रकोष्ठ और विशाखा गाइडलाइन लागू की गई है। विवेकानंद इनक्यूबेशन सेंटर में छात्रों द्वारा स्टार्टअप शुरू किए गए हैं।

88 वें दीक्षा समारोह में डिग्रियों की घोषणा
-अंडर ग्रेजुएट कोर्स में स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान की गई डिग्री
10,7222

-जिसमें छात्रों की संख्या
51549

-छात्राओं की संख्या
55673

पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में स्टूडेंट्स को दी डिग्री
12243

- इसमें छात्रों की संख्या
8041
-पीजी में छात्राओं की संख्या
4202

-प्रोफेशनल कोर्स में डिग्रियां
19284

-प्रोफेशनल कोर्स में छात्रों की संख्या
10850
-प्रोफेशनल कोर्स में छात्रों की संख्या
8434

-आवासीय संस्थानों से संबंधित कोर्स में डिग्रियां
1040

-जिसमें छात्रों की संख्या
596

- छात्राओं की संख्या
444