-डॉक्टर्स ने जताई चिंता, नया वैरिएंट हो सकता है घातक

-थर्ड वेव की आशंका और हुई तेज

आगरा। ताजनगरी में कोरोना वायरस का कप्पा वेरिएंट मिल चुका है। अभी तक दक्षिण अफ्रीका, अज्ञात वायरस और डेल्टा वेरिएंट मिल चुके हैं। सात और मरीजों में डेल्टा वेरिएंट की पुष्टि हुई है। इस पर एक्सप‌र्ट्स ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि नए वेरिएंट्स के आने से तीसरी लहर के आने के चांस ज्यादा बढ़ जाते हैं। इसलिए लोगों की लापरवाही अब नहीं चलेगी। उन्हें सावधान और सचेत रहना होगा।

रहना होगा सावधान

आगरा में कोरोना संक्रमण कम हुआ है लेकिन ये अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। इसके साथ ही डेल्टा वेरिएंट के नए केस मिलना, इसके साथ ही कप्पा वेरिएंट मिलना काफी खतरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि आगरा में दूसरी लहर में डेल्टा वेरिएंट ने ही तबाही मचाई थी। इसलिए एक्सप‌र्ट्स का मानना है कि अभी भी लोगों को सावधान रहना होगा। चीफ मेडिकल डॉ। अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अन्य राज्यों में फिर से कोरोना केस बढ?े लगे हैं। इसलिए कोई ये न सोचे कि संक्रमण फिर नहीं बढ़ेगा। इसलिए अभी भी कोरोना के संक्रमण से बचने के उपायों का पालन जरूर करें।

लोग कर रहे लापरवाही

इन दिनों देखा जा रहा है कि बाजारों व सार्वजनिक स्थलों पर लोग कोरोना नियमों को हवा में उड़ा रहे हैं। मास्क पहनना लोगों ने काफी कम कर दिया है। भीड़ में कुछ ही लोग मास्क पहने हुए दिखते हैं। इसके साथ ही कई सार्वजनिक आयोजन भी खूब हो रहे हैं। इनमें भी लोग कोरोना मानकों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में लोगों की लापरवाही तीसरी लहर को दावत दे सकती है।

कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए:

-बार-बार हाथ धोएं। हाथ धोने के लिए, साबुन और पानी या एल्कोहल वाला हैंड रब इस्तेमाल करें।

-अगर कोई खांस या छींक रहा है, तो उससे उचित दूरी बनाए रखें।

-शारीरिक दूरी बनाना संभव न हो, तो मास्क लगाएं।

-आंखें, नाक या मुंह को न छुएं।

-खांसने या छींकने पर नाक और मुंह को कोहनी या टिश्यू पेपर से ढक लें।

-अगर आप ठीक नहीं महसूस कर रहे हैं, तो घर पर रहें।

-अगर आपको बुखार, खांसी है और सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर के पास जाएं।

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ये हैं आठ घातक वेरिएंट

डेल्टा

डेल्टा प्लस

कप्पा लैम्ब्डा

अल्फा

बीटा

गामा

लोटा

ईटा वेरिएंट

आगरा में डेल्टा और कप्पा वेरिएंट की पुष्टि हुई है। देश के कई राज्यों में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में जनपदवासियों को ज्यादा सजग रहने की जरूरत है। कोरोना के नियमों का पालन करें। बिना मास्क घर से बाहर न निकलें। नियमों में लापरवाही घातक साबित हो सकती है।

-डॉ। अरुण कुमार श्रीवास्तव, सीएमओ

आगरा में दूसरी लहर में भी डेल्टा वेरिएंट ने स्थितियां गंभीर कर दी थीं। अब फिर से डेल्टा वेरिएंट के मरीजों की पुष्टि होना चिंताजनक है। लोगों को कोरोना वायरस से बचाव करते रहने की जरूरत है। यदि हम नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वायरस ट्रांसमिट होगा।

-डॉ। ओपी यादव, आईएमए

ये है स्ट्रेन

स्ट्रेन को आसान शब्दों में जेनेटिक वेरिएंट कह सकते हैं। यह सबकुछ वैसे ही है, जैसे एक ही कंपनी की कारें अलग-अलग वेरिएंट में आती हैं। एक ही मॉडल के अलग-अलग वेरिएंट की क्षमता अलग-अलग होती है।