आगरा। साइबर शातिर को फाइनेंस कंपनी का डाटा चोरी करके बेचने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी एक फाइनेंस कंपनी का पूर्व कर्मचारी है। उसके द्वारा बेचे डाटा से लोगों के नाम-नंबर लेकर साइबर शातिर उन्हें फोन करते थे। फाइनेंस कंपनी की फर्जी वेबसाइट पर लोन स्वीकृत दिखा पीएसी जवान समेत कई लोगों से ठगी कर ली। पीडि़तों द्वारा फाइनेंस कंपनी में शिकायत की गई थी। उसके मैनेजर ने साइबर सेल में शिकायत के साथ ही जगदीशपुरा थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। साइबर सेल और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए आरोपी कुलदीप सोनी को गिरफ्तार कर लिया।

जगदीशपुरा की आवास विकास कॉलोनी में फाइनेंस कंपनी का कार्यालय है। यहां पर मथुरा के थाना राया इलाके में रहने वाले मनोज कुमार ने धोखाधड़ी की शिकायत की थी। मनोज पीएसी में जवान हैं, वर्तमान में 43वीं वाहिनी पीएसी में तैनात हैं। शातिर ने पिछले साल अक्टूबर में उन्हें फोन करके बताया कि उनका एक लाख रुपए का लोन स्वीकृत हो गया है। उन्हें फाइनेंस कंपनी की फर्जी वेबसाइट पर डाटा दिखा दिया। इसके बाद उनका आधार व पैन कार्ड की कापी वॉट्सएप पर भेजने को कहा। प्रोसे¨सग फीस के नाम पर शातिर ने अपने खाते में तीन किस्त में 14 हजार 105 रुपये जमा करा लिए।

साइबर शातिरों ने इस साल नौ मार्च को बाग मुजफ्फर खां, हरीपर्वत के रहने वाले अरुण कुमार शर्मा के साथ भी इसी तरह धोखाधड़ी की। उन्हें फोन करके दो लाख रुपए का लोन कराने का झांसा दिया। उनसे फाइल चार्ज के नाम पर 21 हजार 799 रुपए अपने खाते में जमा करा लिए थे। मामले में फाइनेंस कंपनी के मैनेजर करन गुप्ता ने जगदीशपुरा थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था।

वर्जन

बजाज फाइनेंस कंपनी का डाटा साइबर बेचने के आरोपी कुलदीप सोनी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह वर्ष 2018 में बजाज फाइनेंस में वेरीफिकेशन का काम करता था। इसके चलते उसके पास लोगों का डाटा रहता था। डाटा में ग्राहकों ने कंपनी से क्या फाइनेंस कराया है, इसकी जानकारी रहती है। इसके चलते साइबर शातिर उन्हें आसानी से अपने जाल में फंसा लेते थे।

सुनील कुमार वर्मा, इंस्पेक्टर जगदीशपुरा