शिक्षा के मंदिर में शर्मनाक करतूत
शमसाबाद के एक स्कूल में टीचर की शर्मनाक करतूत उस समय उजागर हुई तब स्कूल की छात्राओं ने एक राय होकर मनचले दबंग टीचर को सबक सिखाने का निर्णय लिया। छात्राओं का आरोप है कि बेसिक स्कूल में टीचर आशुतोष शर्मा द्वारा उनसे आए दिन छेड़छाड़ की जाती थी, इतना ही नहीं वो किसी न किसी बहाने से उनको टच करने की कोशिश करता था, जब स्कूल की कुछ छात्राओं ने इसका विरोध किया तो दबंग टीचर ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर दिखाकर उनको धमका दिया। इससे टीचर का हौंसला और बुलंद हो गया। ग्रामीण भी उसके खिलाफ कोई भी एक्शन लेने से डरते थे।


स्कूल टीचर्स भी थीं परेशान
स्कूल के दबंग मचचले टीचर से छात्राएं नहीं बल्कि स्कूल की टीचर भी परेशान थीं, उन्होंने निरीक्षण को आने वाले अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। 15 दिन पूर्व छात्राओं और टीचर ने इसकी लिखित शिकायत इलाका पुलिस से की, पुलिस शिक्षक को स्कूल से थाने ले गई, लेकिन उन्होंने पूछताछ के बाद अशुतोष शर्मा को छोड़ दिया। लोकल पुलिस की कार्यशैली से नाराज छात्राओं ने पुलिस कमिश्नर डॉ। प्रीतिंदर सिंह से शिकायत की। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी।

मुकदमा दर्ज होने के बाद हुआ फरार
पुलिस के आलाधिकारियों के मामला संज्ञान में आने के बाद आरोपी टीचर मौके से फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। शिक्षक अपनी ऊंची पहुंच के चलते छात्राओं और उनके परिजनों पर दबाव बना रहा है कि वे अपनी शिकायत को वापस लें, परिजनों ने छात्राओं को समझाने का प्रयास किया, शिकायत वापस लेने को कहा इस पर एक राय हुई छात्राओं ने मनचले टीचर को उसके अंजाम तक पहुंचाने का निर्णय लिया है।


परिजनों और ग्रामीणों ने छोड़ा साथ
शिकायत करने वाली छात्राओं और उनके परिजनों ने उनका कहना नहीं मानने पर अपनी बेटियों का साथ छोड़ दिया। गांव में कोई भी उनकी मदद को आगे नहीं आया। इधर इलाका पुलिस भी ग्रामीणों के साथ छात्राओं को शिकायत वापस लेने को कहा गया है। लेकिन छात्राओं ने किसी की नहीं सुनी, मनचले टीचर को उसके अंजाम तक पहुंचाने का निर्णय लिया। वहीं, चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस ने छात्राओं से बात की, उनको कानून के बारे में जानकारी दी।


ऑटो से दीवानी पहुंची छात्राएं
ग्रामीणों और छात्राओं के परिजनों द्वारा छात्राओं से कहा गया कि भविष्य में उनकी शादी को लेकर समस्या खड़ी हो सकती है। परिजनों और ग्रामीणों ने साथ नहीं दिया तो छात्राएं खुद एक दिन पूर्व ऑटो दीवानी पहुंची, जहां मनचले टीचर के खिलाफ उन्होंने अपने बयान दर्ज कराए। इसके बाद सभी छात्राएं वापस गांव पहुंची।

छात्राओं को होना चाहिए सम्मान
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा छेड़छाड़ की घटनाओं की रोकथाम के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड और मिशन शक्ति के अंतर्गत अभियान चलाया है, लेकिन अभी तक किसी भी संगठन की ओर से छात्राओं की कोई मदद नहीं की गई है। इस तरह का साहस रखने वाली छात्राओं का सम्मान कर उदाहरण दिया जाए तो इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है।



छात्राओं की शिकायत पर थाना पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। इस तरह के मामले सामने आते हैं तो तत्काल संज्ञान लिया जाएगा।
डॉ। प्रीतिंदर सिंह, पुलिस कमिश्नर