आगरा(ब्यूरो) । रेड सिग्नल पर धूप में रुकने की यह समस्या एक दो चौराहे पर हो तब भी ठीक। हर चौराहे पर यही स्थिति है। एक किलो मीटर से कम दूरी तक चलने के बाद ही सिग्नल आ जाता है। कई चौराहे ऐसे हैं जिसकी दूरी 500 मीटर से भी कम है। ऐसे चौराहों पर ज्यादा परेशान हो रहे हैं। गर्मी में धूप से सिग्नल पर लोग परेशान हैं लेकिन प्रशासन और जिम्मेदार विभाग को इसकी परवाह नहीं है।

टाइमिंग कम होने पर मिल सकेगी राहत
ट्रैफिक सिग्नल पर अगर तेज धूप को देखते हुए सिग्नल की टाइमिंग थोड़ी कम कर दी जाय तो लोगों को बड़ी राहत मिल सकती है। इस बीच सिग्नल के लेफ्ट रोड पर खड़ी गाडिय़ां तमाम सवारियों की परेशानी को बढ़ा रही है। अगर ट्रैफिक पुलिस की ओर से रेड सिग्नल की टाइमिंग कम कर दी जाए तो ट्रैफिक में वाहन चालक और सवारियों को राहत मिल सकती है।

शहर के एमजी रोड पर ज्यादा है समस्या
शहर में 60 से अधिक प्रमुख चौराहे हैं। हर चौराहे पर सिग्नल की व्यवस्था की गई है। इनमें भगवान टॉकिज, दीवानी, सूरसदन, हरीपर्वत चौराहा, सेंट जोंस चौराहा, ढांकरान चौराहा, नालबंद चौराहा, वहीं बोदला चौराहा, कारगिल, शाहगंज, खंदारी, लोहामंडी, हाथीघाट, रामबाग चौराहा, टेढी बगिया चौराहा, वार्टरवक्स और एसएन इमरजेंसी चौराहों के प्रमुख चौराहे शामिल हैं।


चटकती धूप में सिग्नल पर हो रहे खड़े
शहर के प्रमुख चौराहों पर लगाए गए रेड सिग्नल की टाइमिंग 100 से लेकर 120 सेकंड तक की है। लोगों को इन हर चौराहों पर करीब डेढ़ से दो मिनट तक चटकती धूप में सिग्नल की वजह से रुकना पड़ रहा है। जबकि छोटे चौराहों के सिग्नल पर रेड लाइट की टाइमिंग कम से कम 90 सेकंड की है। आग सी बरस रही धूप में हर चौराहों पर इतनी देर तक रुकना पब्लिक के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। कहते हैं कि धूप में इतनी देर तक सिग्नल ग्रीन होने का इंतजार करना लोगों की सेहत के लिए खतरा बन सकता है।

रेड सिग्नल समय घटाने, ग्रीन टाइमिंग बढ़ाने की जरुरत
धूप बहुत तेज हो रही है। ऐसे में रेड लाइट की टाइमिंग को घटाने और ग्रीन सिग्नल का समय बढ़ाने की जरूरत है। रेड लाइट का समय हर चौराहे का अलग-अलग है। कहीं 90 मिनट तो किसी चौराहे पर 120 मिनट का रेड सिग्नल है। धूप को देखते हुए इस समय को कम से कम आधा किए जाने की जरूरत है। लोग वैसे ही धूप में सफर कर रहे। ऊपर से जगह-जगह रेड लाइन पर खड़ा होना पड़ रहा है।

यह रेड सिग्नल पब्लिक ट्रैफिक को स्मूथ करने के लिए लगाया गया है। मगर गर्मी में सफर करने वालों की समस्या पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। जिम्मेदारों को चाहिए कि वे जब तक धूप काफी तेज हो रही वह रेड सिग्नल का समय थोड़ा कम कर दें।
सिद्धार्थ शर्मा


टै्रफिक में लोगों को पूरे एक से डेढ़ मिनट तक हर चौराहे पर रुकना पड़ रहा है। धूप से उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। इस धूप में अधिक देर तक रुकने से लोग बीमार हो सकते हैं।
पुनीत गुनानी

गर्मी के इस मौसम में 40 से 45 डिग्री सेल्सियस तापमान में लोग सफर कर रहे हैं। एक तो धूप में सफर ऊपर से रेड लाइट पर चौराहे पर पूरे एक से डेढ़ मिनट रुकने की मजबूरी लोगों परेशान कर रही है।
राजीव वर्मा


मौसम के हिसाब से रेड लाइट सिग्नल को भी चेंज किया जाना चाहिए। अधिकारी चार पहिया एसी गाड़ी से चलते हैं। उन्हें रुकना भी नहीं पड़ता। ऐसे में पब्लिक की समस्या उन्हें समझ नहीं आ रही।
नमन अग्रवाल

हर एक-एक मिनट इस धूप में कम से कम एक घंटे सिग्नल पर खड़े रहना पड़ता है। शहर के कई ऐसे चौराहे हैं जिनकी एक दूसरे से दूरी काफी कम है। यह सब अफसरों को समझना चाहिए।
प्रशांत जुनेजा


शहर के सभी चौराहों पर सिग्नल की व्यवस्था दुरुस्त है, कहीं भी वाहन चालकों को इंतजार नहीं करना पड़ता है। कुछ व्यस्त चौराहे हैं, वहां समीक्षा के बाद परिवर्तन कराया जाएगा।
अरुण चंद, अपर पुलिस आयुक्त टै्रफिक