पिनाहट: पिनाहट चंबल नदी में लगातार बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए गुरुवार को डीएम प्रभु एन। सिंह और एसएसपी मुनिराज ने संयुक्त रुप से दौरा कर व्यवस्थाओं को जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पीडि़त ग्रामीणों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने बाढ़ में फंसे गुढ़ा, गोहरा, रानी पुरा, भटपुरा,भगवान पुरा, सिमराई,मऊ की मड़ैया, झरना पुरा,गुर्जा शिवलाल,उमरैठा पुरा, क्योरी बीच का पुरा, रेहा, कछियारा,बरेंडा के ग्रामीणों को मदद का आश्वासन दिया।

बुलाई गई पीएसी

चंबल नदी में आई बाढ़ के चलते 14 गांव के ग्रामीण अभी भी बाढ़ के चलते गांव में फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए प्रशासन ने एक कंपनी पीएसी बुलाई है। पीएसी की सहायता से बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को बाहर निकाला जा रहा है। वहीं चंबल नदी में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के चलते मगरमच्छ व घडि़याल खादर व सम्पर्क मार्गो में भरे पानी के रास्ते गांव में पहुंच गए हैं। वही बाढ़ के चलते चंबल का पानी गन्दा हों गया हैं। पानी गन्दा होने के चलते मगरमच्छ और घडि़याल हमलावर हो गये है।

खेतो में भरा बाढ़ का पानी

चंबल के तटवर्ती गांव के किसानों की बाजरा,अरहर,मूंग,उड़द और तिलहन की सैकड़ो बीघा फसलें बाढ़ के पानी में जलमग्न हो गई है।

टीले बने अस्थाई आशियाने

चंबल नदी में आई भयंकर बाढ़ का पानी करीब 14 गांव में घुस गया है .करीब 36 गांव बाढ़ प्रभावित हैं। वहीं जिन गांव में चंबल का पानी घुस आया है। बाढ़ डूबे उमरैठा पुरा, गुढ़ा, गोहरा,भगवान पुरा,रेहा, कछियारा गांव के ग्रामीणों को सुरक्षित ऊंचे टीले पर पहुंचा दिया गया।

वन विभाग ने लगाए 4 स्ट्रीमर

बाढ़ से घिरे गांव में लोगों के आवागमन के लिए प्रशासन द्वारा वन विभाग के 4 स्ट्रीमर का संचालन किया जा रहा है जिनके माध्यम से वहां फंसे लोगों को निकाला जा रहा है तो खाद्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है।

प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। ग्रामीणों को हर संभव मदद दी जा रही है। चौकियां स्थापित की गई हैं। पिनाहट घाट पर 135.80 मी। है। अब जल्द ही जलस्तर में गिरावट देखने को मिलेगी।

प्रभु एन। सिंह डीएम