आगरा(ब्यूरो)। सूरसदन में आयोजित प्रधानमंत्री रोजगार मेला का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअली रूप से शुभारंभ किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल (रि.) वीके सिंह, केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री प्रो। एसपी सिंह बघेल मौजूद रहे। मंडल रेल प्रबंधक आनंद स्वरूप द्वारा अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया गया। समारोह में कुल 235 अभ्यर्थियों को ज्वॉइनिंग लेटर प्रदान किए गए। इसमें आगरा से 66 अभ्यर्थी, प्रयागराज से 151, पीएनबी से 02, डिफेंस से 04 ,डाक विभाग से 11 ,एजुकेशन से एक अभ्यर्थी को नियुक्त पत्र दिए गए। ये नई नियुक्तियां मुख्य रूप से यूपी, राजस्थान, एमपी, बिहार और दिल्ली आदि के विभिन्न जिलों से संबंधित हैं। विशेष रूप से प्रयागराज, कानपुर, झांसी, ललितपुर, महोबा, औरैया, भोपाल, हमीपुर, अलवर, दौसा, धौलपुर, भिंड, मथुरा, मेरठ, छतरपुर, मुरैना, समस्तीपुर, करौली, मुजफ्फरनगर आदि जिले प्रमुख हैं।

235 कैंडिडेट्स को मिले ज्वॉइनिंग लेटर
66-आगरा
151-प्रयागराज
02-पीएनबी
04-डिफेंस
11-डाक विभाग
01-एजुकेशन


ईमानदारी से करें काम
केंद्रीय राज्यमंत्री (सड़क परिवहन एवं राजमार्ग) सेवानिवृत्त जनरल वीके ङ्क्षसह ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद परीक्षाओं में पारदर्शिता बढ़ी है। हर माह हजारों युवाओं को नौकरी मिल रही है। युवाओं की जिम्मेदारी है कि वह ईमानदारी से कार्य करें और देश की तरक्की में योगदान दें। देश तेजी से प्रगति कर रहा है। विश्व आपकी ओर देख रहा है।

इन पदों पर मिली नियुक्ति
ट्रेन मैनेजर, स्टेशन मास्टर, वरिष्ठ वाणिज्यिक लिपिक, सह टिकट लिपिक, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, कांस्टेबल, स्टेनोग्राफर, कनिष्ठ लेखापाल, डाक सहायक, इनकम टैक्स इंस्पेक्टर, टैक्स सहायक, सीनियर ड्राफ्ट्समैन, जेई/सुपरवाइजर, सहायक प्रोफेसर, शिक्षक, पुस्तकालय अध्यक्ष, नर्स, परिवीक्षा अधिकारी, पीए, एमटीएस जैसे पदों पर अभ्यर्थियों की भर्ती हुई है।

45 स्थानों को मेला से जोड़ा गया
राष्ट्रीय रोजगार मेला का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संबोधित किया। पीएम के संबोधन के दौरान 45 स्थानों को मेले से जोड़ा गया। मेला को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने बैसाखी के शुभ अवसर पर देश को बधाई दी। उन्होंने नियुक्ति पत्र मिलने पर अभ्यर्थियों व उनके परिजनों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सरकार, एक विकसित भारत के संकल्प की प्राप्ति के लिए युवाओं की प्रतिभा और ऊर्जा को सही अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। एनडीए शासित राज्यों में, गुजरात से लेकर असम और उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक, सरकारी भर्ती की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है। यह रोजगार मेला देश के युवाओं के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

भारत विश्व की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था
वर्चुअली संबोधन में पीएम ने कहा कि भारत, विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। मंदी और महामारी की वैश्विक चुनौतियों के बीच दुनिया भारत को एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देख रही है। उन्होंने कहा कि आज का नया भारत उन नीतियों और रणनीतियों के साथ आगे बढ़ रहा है, जिन्होंने नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं। वर्ष 2014 के बाद भारत ने एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया है। इसका परिणाम यह हुआ है कि 21वीं सदी का यह तीसरा दशक रोजगार और स्व-रोजगार के उन अवसरों का गवाह बन रहा है, जिनकी पहले कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। युवाओं को काम करने के ऐसे क्षेत्र मिल रहे हैं, जो दस साल पहले अस्तित्व में ही नहीं थे। स्टार्टअप्स ने रोजगार के 40 लाख से अधिक प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष अवसर सृजित किए हैं। उन्होंने रोजगार के नए अवसरों के रूप में ड्रोन और खेल क्षेत्र का भी उल्लेख किया।


पीएम के संबोधन की प्रमुख बातें
- पिछले 8-9 वर्षों में भारत में 30000 से अधिक एलएचबी कोच का निर्माण किया गया।
- स्वदेशी खिलौना उद्योग को भी बढ़ावा देना शुरू किया। भारत में खिलौना उद्योग का परिदृश्य पूरी तरह से बदल गया।
- सशस्त्र बलों ने 300 से अधिक ऐसे उपकरणों और हथियारों की एक सूची बनाई है जिनका निर्माण केवल भारत में ही किया जाएगा
- 15,000 करोड़ रुपए मूल्य के रक्षा उपकरणों का निर्यात दुनिया भर में किया जा रहा है।
- वर्ष 2014 से पहले 20000 किलोमीटर रेल लाइनों का ही विद्युतीकरण हुआ, पिछले 9 सालों के दौरान 40,000 किलोमीटर रेल लाइनों का विद्युतीकरण किया गया
- मेट्रो रेल लाइन बिछाने का काम 2014 से पहले 600 मीटर प्रति माह था जो आज बढ़कर 6 किलोमीटर प्रति माह हो गया है
- 2014 से पहले गैस नेटवर्क देश के 70 से कम जिलों तक ही सीमित था, लेकिन आज यह नेटवर्क 630 जिलों तक पहुंच गया है

मुझे बहुत खुशी हो रही है। पिछले कई वर्षों से मेहनत कर रहा हूं। अब जाकर अपना सपना पूरा हुआ है।
राकेश कुमार मौर्य, गोरखपुर

मैं वाराणसी से आया हूं। गुड््स ट्रेन मैनेजर के पद पर मेरा सिलेक्शन हुआ है। आज बहुत खुशी हो रही है।
अंकित कुमार सिंह, वाराणसी


आंखों की रोशनी छिनी, पर हिम्मत नहीं हारी
प्रयागराज से आए 38 वर्षीय तसव्वीर अली का सीनियर क्लर्क कम टाइपिस्ट के पद पर चयन हुआ है। रेटिना की समस्या से पीडि़त होने के चलते उनकी आंखों की रोशनी छिन चुकी है। ज्वॉइनिंग लेटर प्राप्त करने के बाद उनकी खुशी देखते ही बनती थी। तसव्वीर बताते हैं कि वह आठ भाई-बहन हैं। चार बहनों की शादी हो चुकी है। तीन बहनें और वह रेटिना की समस्या से पीडि़त होने के चलते आंखों की रोशनी गंवा चुके हैं। पिता का भी देहांत हो चुका है। अब घर की जिम्मेदारी उन पर ही है। सरकारी नौकरी मिलने के बाद वह अब अपने परिवार की जिम्मेदारियों का सही से निवर्हन कर सकेंगे।