साल 2019 में बढ़ा ई-वाहनों का क्रेज
ई-स्कूटर वाहनों के डीलर गुरुनाम चावला ने बताया कि वैसे तो ई-स्कूटर को साल 2006 में लांच किया गया था, लेकिन आगरा में साल 2019 से लगातार ई-वाहन खरीदने वालों की संख्या में इजाफा हुआ। वर्तमान ई-स्कूटर के 100 किलो मीटर तक तीन से चार घंटे की चार्जिंग के बाद चलते हैं, जबकि पुराने ई-स्कूटर 50 से 60 किलो मीटर ही चल पाते थे। इनमें दो प्रकार की बैटरी आ रही है, लैंड एसिड और लीथियम, इसकी तीन साल की वारंटी है।

पिछले साल की अपेक्षा कम बिक्री
एआरटीओ प्रशासन एनसी शर्मा ने बताया कि पिछले दो महीने से वाहनों के रजिस्ट्रेशन पर ब्रेक लगा है। पिछले साल इन दिनों में 30 दिन में एक सीरीज खत्म हो चुकी थी, वो सीरीज अब 50 से 55 दिन में खत्म हो रही है। पिछले साल पच्चीस सितंबर से चौबीस अक्टूबर के बीच करीब 6000 बाइक और 1714 का रजिस्टर्ड हुई थीं। इस वर्ष पेट्रोल, डीजल वाहनों की तुलना मेेंं ई-स्कूटर की बुकिंग अधिक है।


एयर, साउंड पॉल्यूशन मुक्त ई-स्कूटर
ई-स्कूटर की अन्य वाहनों की तुलना में अधिक खरीदारी की जा रही है। इसका कारण ई-स्कूटर का प्रदूषण-मुक्त होना और पारंपरिक ईंधन वाहनों की तुलना में उनका सस्ता होना बताया जा रहा है। शहर की सड़कों पर इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या तेजी से देखी जा रही है, ऐसे वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशनों की संख्या अभी नहीं बढ़ी है। ई-वाहन चालकों को अक्सर अपने वाहनों को रिचार्ज कराने के लिए काफी दूर जाना पड़ता है। वहीं, राज्य परिवहन अधिकारी इस प्रदूषण मुक्त साधन के उपयोग को और बढ़ावा देने के लिए अधिक चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना बना रहे हैं।

शहर की सड़कों पर बढ़ रही ई-स्कूटर की तादात
टीएनटी मोटर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर गुरुनाम चावला बताते हैं कि शहर में ई-स्कूटर की बिक्री में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। यह केवल ई-स्कूटर तक ही सीमित नहीं है, इसमें सभी प्रकार के ई-वाहन शामिल हैं। ये वाहन पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त हैं। वे डीजल और पेट्रोल के वाहनों की तुलना में अधिक किफायती हैं और ईंधन से चलने वाले वाहनों की तुलना में उनकी रखरखाव लागत कम है। यही कारण है कि लोग अब तेजी से ई-स्कूटर को विकल्प के रूप में चुन रहे हैं। स्वच्छ पर्यावरण को देखते हुए से एक अच्छी पहल है। हालांकि, उनके बढ़ते उपयोग को देखते हुए, शहर भर में और अधिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करना आवश्यक है।

इस मंथ सबसे अधिक ब्रिकी
ऑटोमोबाइल का कारोबार करने वाले गुरुनाम चावला ने कहा कि शहर में ई-स्कूटर की प्रदेश में वे सबसे बड़े ऑटोमोबाइल डीलर हैं। हर महीने शोरूम से 120 से 150 वाहनों की खरीदारी की जा रही है। रोजाना पांच से छह वाहन एक शोरूम से सेल किए जा रहे हैं। पेट्रोल और डीजल वाले वाहनों की तुलना में लोगों द्वारा परिवहन के इस साधन को चुनने की पहल स्वस्थ है क्योंकि इससे शहर में वायु प्रदूषण में कमी आएगी। ई-स्कूटर की कीमत पारंपरिक पैट्रोल, डीजल से चलने वाले वाहनों की तुलना में काफी कम है।


पिछले दो महीने से वाहनों के रजिस्ट्रेशन पर ब्रेक लगा है। पिछले साल इन दिनों में 30 दिन में एक सीरीज खत्म हो चुकी थी, वो सीरीज अब 45 से 50 दिन में खत्म हो रही है। पिछले साल पच्चीस सितंबर से चौबीस अक्टूबर के बीच करीब 7000 बाइक और 1600 कार की बिक्री हुई थी। इस महीने दस हजार वाहन रजिस्ट्रेशन की उम्मीद है।
एनसी शर्मा, एआरटीओ प्रशासन


ई-स्कूटर वाहनोंं की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है, पिछले मंथ में 120 से 150 वाहनों की बिक्री हुई है, इसका मुख्य कारण है एयर, साउंड प्रदूषण मुक्त है। वहीं आम आदमी की पहुंच में भी है। चार्जिंग स्टेशन बनने से ग्राहकोंं को राहत मिल सकेगी।
गुरुनाम चावला, टीएनटी मोटर्स मैनेजिंग डायरेक्टर



ई-वाहनों की ब्रिकी में तेजी से इजाफा हुआ है, अधिकतर स्कूल और कॉलेज या कामकाजी महिलाएं इसको पसंद कर रहीं हैं। न्यू मॉडल अधिक पसंद किया जा रहा है।
वंदना, सेल्समैन


वाहनों की खरीदारी करने के लिए आने वाले लोग आसानी से ई-स्कूटर को खरीदने के लिए राजी हो जाते हैं, बुहत अधिक समय नहीं लगता, खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहक पहले से ही मन बना चुके होते हंै।
कुलदीप, सेल्समैन

साल 2022, 25 सितंबर-24 अक्टूबर
-बाइक खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या
6000
-कार खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या
1600

-साल 2023, 25 सितंबर, 24 अक्टूबर
-बाइक खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या
4623
-कार खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या
1442

लो स्पीड, हाईस्पीड ई-स्कूटर वाहन
6500