- छत टूटने पर करा रहा था छत की मरम्मत

- पुत्र ने लगाया आरोप एडीए के जेई ने मांगे थे पचास हजार रुपए

AGRA। ऐसी भी क्या रिश्वतखोरी कि किसी को अपनी जान गंवानी पड़े। वृद्ध की खता बस इतनी थी कि वह आसमान से टपकती बूंदों को रोकने का इंतजाम कर रहा था लेकिन शायद विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों को यह रास नहीं आया और उसके ऊपर दबाव बनाकर पैसा वसूलना चाहा। अधिक सदमे की वजह से उसकी हार्ट अटैक पड़ने से उसकी मौत हो गई। ये आरोप उसके पुत्र नलगाए हैं।

छत तोड़कर दोबारा बना रहा था

सिटी के केदार नगर निवासी रामचन्द्र एडीए की जयपुर हाउस मार्केट में रामा जनरल स्टोर के नाम से दुकान चलाते थे, दुकान की छत बेकार होने के कारण दुकानदार उसे तुड़वाकर दुबारा बनवा रहा था, एडीए की टीम ने उसके सामान को क्षतिग्रस्त करते हुए जेल भेजने कधमकी दी।

दो दिन पहले पहुंची थी एडीए की टीम

मृतक वृद्ध के पुत्र रूपेश ने आरोप लगाते हुए बताया कि दो दिन पहले एडीए के जूनियर इंजीनियर राजेश शर्मा अपनी टीम के साथ रामचन्द्र की दुकान पर पहुंचे और उससे दो दिन में मिलने की बात कहते हुए पचास हजार रुपए का इंतजाम करने की बात कही। उसी दिन से पिताजी प्रेशर में रहने लगे थे।

आज पहुंचना था शॉपकीपर को

मृतक के पुत्र ने बताया कि जेई से मिलने का आज का टाइम फाइनल हुआ था, वहीं जेई द्वारा उनको फोन भी किया गया जिसके कारण वह अंडर प्रेशर में आ गया और उनको हार्ट अटैक आ गया।

गिड़गिड़ाया लेकिन नहीं आया रहम

मृतक की छोटी सी दुकान थी जिससे वह अपनी आजीविका चला रहा था, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दो दिन पहले मृतक ने जेई की काफी मिन्नतें की लेकिन जेई ने उसकी ए न सुनी।

मौत के बाद प्राधिकरण में हंगामा

शॉपकीपर की मौत के बाद आस-पास के लोगों ने विकास प्राधिकरण में जमकर हंगामा काटा। वहीं जेई को सस्पेंड किए जाने व मृतक के परिवार को मुआवजा दिलवाए जाने की मांग की लेकिन प्राधिकरण में कोई सक्षम अधिकारी न होने के कारण लोगों का हुजूम वीसी ऑफिस के आगजमा रहा।

जांच के बाद होगा एक्शन

वीसी ऑफिस में हंगामा कर रहे लोगों को समझाने के लिए प्राधिकरण की ओर से संयुक्त सचिव बाबू सिंह व ओएसडी अतुल सिंह ने लोगों को मामले की जांच कराकर एक्शन लेने की बात कही।

छावनी में तब्दील हो गया एडीए

जिस दौरान मृतक के परिजन एडीए ऑफिस पहुंचे तभी भारी तादाद में पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। लोगों की तादाद बढ़ते देख आस-पास के थानों का पुलिस फोर्स भी एडीए में बुला लिया गया।

'मैं लखनऊ मीटिंग में आया हुआ हूं मुझे मामले की जानकारी नहीं है। मैं इस मामले को दिखवाकर जांच करवाता हूं जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.'

जगदीश यादव, प्रभारी प्रवर्तन एडीए