आगरा(ब्यूरो)। उनका आगे कैसे रख-रखाव को जारी किया जाए, इस बारे में वहां के तकनीकी विशेषज्ञों ने अपने टिप्स शेयर किए। इसी क्रम में फार्मेसी विभाग के अब तक 80 उपकरण मरम्मत किए गए। जिनमें मुख्य रूप से माइक्रोस्कोप, फरनेश, मैग्नेटिक स्टायर, सैन्ट्रीफ्यूज और ऑटोक्लेब और बीओडी प्रमुख उपकरण रहे। इनकी कीमत लगभग पच्चीस लाख है। यह उपकरण विगत काफी सालों से छोटी-छोटी कमियों के कारण कार्यरत नहीं थे, भौतिकी विभाग के कुल तीस उपकरण जिनकी कीमत लगभग दो लाख है, उनको ठीक किया गया। इनमें मुख्य रूप से सीआरओ, फंक्शन जनरेटर, मल्टीमीटर रेडियो फ्रिक्वेंसी ऑस्सीलेटर आदि थे।

10 लाख रुपए के उपकरण किए दुरुस्त
रसायन विज्ञान विभाग के लगभग चालीस उपकरणों को ठीक किया गया, जिनमें फोटो कोलोरी मीटर, डिजीटल कंडक्टोगीटी, पीएच मीटर, सेन्ट्रफ्यूज उपकरण जिनकी कीमत लाखों रुपए में उनको भी ठीक किया गया। स्कूल ऑफ लाइफ साइंस संस्थान के अलग-अलग विभागों के उपकरण भी इस कार्यशाला में ठीक किए गए। जिसमें प्रमुख रूप बायोकैमिस्ट्री विभाग के स्पैक्टाफोटोमीटर, ऐलिसा मीटर, ऑटोक्लेव, पीएच मीटर, कन्डैक्टिविटी टीडीएस मीटर, हीटिंग मेन्टल्स इत्यादि उपकरण ठीक किए गए, जिनकी कीमत लगभग दस लाख है। दाऊ दयाल संस्थान के बत्तीस उपकरण ठीक किए गए।

भविष्य में होगा उपकरणों का रख-रखाव
इसी प्रकार सेन्ट जोंस कॉलेज आगरा के भौतिकी एवं रसायन विभाग के भी लगभग एक लाख रुपए की कीमत के उपकरण मरम्मत किए गए। इसी प्रकार आरबीएस कॉलेज आगरा के भौतिकी विभाग के उपकरण ठीक किए गए है। उक्त सभी उपकरण संबंधित प्रतिभागियों द्वारा ही विशेषज्ञ टीम के मार्गदर्शन में स्वयं ठीक कराए गए। भविष्य में उनके रख-रखाव एवं मरम्मत के प्रकार की जानकारी दी गई। इस कार्यशाला में जितने भी उपकरण ठीक किए गए उन सब में जो छोटे-छोटे इलैक्ट्रोनिक, इलैक्ट्रिकल, ऑप्टीकल कम्पोनेन्टस विशेषज्ञों की टीम ने अपने स्तर से ही प्रदान कर ठीक कराए गए।

कार्यशाला में ये रहे मौजूद
कार्यशाला के लिए विशेष रूप से आए हुए केन्द्र के पाठ्यक्रम समन्वयक एनएन राव तथा उनके प्रशिक्षक टीम में एके जैन, सरिता थोपटे, गोविन्द चित्ते, देवेन्द्र गंडे, मीनल तामनहकर सुधीर कुमार एवं स्वपनिल जाधव ने प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर कार्यशाला संयोजक प्रो। संतोष बिहारी शर्मा, डॉ। नवीन गुप्ता, डॉ। आशीष मिश्रा, डॉ। के पचौरी, डॉ। उपासना सिंह, डॉ। डीके पालीवाल, डॉ। संजीव शर्मा, डॉ। आनंद, कौशल राणा उपस्थित थे।