- आगरा कॉलेज आगरा में बने शिक्षकों के दो गुट

- दिनभर लंबी बहस के बाद नहीं लिया गया निर्णय

आगरा। आगरा कॉलेज आगरा में गुरुवार को प्राचार्य पद के लिए शिक्षकों के दो गुट आमने-सामने आ गए। दोनों गुटों के समर्थक सीनियरटी की दावेदारी व्यक्त कर रहे थे। कॉलेज परिसर में दिनभर यह विवाद चर्चा का विषय रहा।

गुरूवार को बने नए प्राचार्य

न्यायालय के आदेश पर पूर्व प्राचार्य मनोज रावत द्वारा पिछलें दिनों इस्तीफा दे दिया। इसके बाद बुधवार रसायन विज्ञान के एचओडी डॉ.एके गुप्ता ने चार्ज ग्रहण कर लिया। सीनियरटी के हिसाब से उन्हें प्राचार्य घोषित किया गया है। गुरुवार को नरेन्द्र यादव गुट के शिक्षकों ने डॉ। एके गुप्ता के प्राचार्य बनने पर विरोध प्रकट किया।

कॉलेज में शिक्षकों के दो फाड़

प्राचार्य पद को लेकर दोनों गुटों के समर्थन कार्यालय में जमा हो गए। शिक्षकों को एक गुट नरेन्द्र यादव को प्राचार्य बनाने पर आमदा था तो दूसरा डॉ। एके गुप्ता को। नरेन्द्र यादव की नियुक्ति तिथि 1979 बता रहे थे, डॉ.एके गुप्ता की 1981. डॉ.एके गुप्ता पक्ष के शिक्षकों का कहना है कि नरेन्द्र यादव को 1982 रोल पर किया है।

कैंपस में लगी रही भीड़

प्राचार्य के पद को लेकर चल रहे विवाद की खबर कुछ ही देर में कॉलेज कैंपस के साथ विश्वविद्यालय तक पहुंच गई। दर्जनों शिक्षक प्राचार्य कार्यालय में जमा हो गए। परिसर में प्राचार्य पद की दावेदारी करने वाले समर्थकों के बीच दिन भर यह मामला चर्चा का विषय बना रहा। लेकिन फिलहाल इस मामले में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। डॉ। अमित अग्रवाल का कहना है कि एके गुप्ता प्राचार्य पद के लिए योग्य हैं, वह सभी नियमों को फॉलो कर रहे हैं।