आगरा(ब्यूरो)। यू-ट्यूब एवं अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर वे लॉरेंस के वीडियोज देखते हैं। दहशत कायम करने के लिए उन्होंने घटना को अंजाम दिया।


टीचर को मारी थी गोली
कस्बा खंदौली में कोङ्क्षचग में घुसकर शिक्षक को गोली मारने वाले किशोर और उसके साथी को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। घटनाक्रम के मुताबिक दोनों गुरुवार को कोङ्क्षचग पहुंचे थे और शिक्षक सुमित ङ्क्षसह को गोली मार दी थी। गोली सुमित के बांये पैर में लगी थी। गोली मारने के बाद दोनों ने वीडियो बनाकर ऐलान किया था कि 40 गोलियां मारूंगा, अभी 39 बाकी हैं। छह महीने बाद फिर मारने की धमकी दी थी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दोनों ने खुद को फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर का कैरेक्टर 'टुच्चा और 'फैजल बताया है।


विवाद के बाद मारी गोली
ये घटना खंदौली क्षेत्र में डॉ। भीमराव अंबेडकर कोङ्क्षचग इंस्टीट््यूट में हुई थी। गुरुवार शाम को मलपुर के सुमित ङ्क्षसह यहां पर कोङ्क्षचग दे रहे थे। इसी दौरान मलुपुर का उत्तम और उसका नाबालिग साथी आया। सुमित ङ्क्षसह से कुछ बातचीत की और किशोर ने तमंचे से गोली मार दी। आसपास के लोग आने पर दोनों भाग गए। इसके बाद दोनों ने रील बनाई और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। इसमें वो कह रहे हैं-'तेरी (टीचर) टांग छलनी करनी है। 40 गोलियां मारूंगा, अभी 39 गोलियां बाकी हैं। आरोपियों ने ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। टीचर सुमित ने दोनों के विरुद्ध हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया था।
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रोल मॉडल गैंगस्टर लारेंस विश्नोई
रील में दोनों का दुस्साहस देख पुलिस समेत अन्य लोग हैरत में थे। उनके मन में सवाल उठ रहे थे कि दोनों में यह दुस्साहस कहां से आया? इसके पीछे कौन है? शुक्रवार को आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई की रील इंस्टाग्राम और यूट््यूब पर देखी थीं। इसे देखकर प्रभावित हो गए। टीचरको गोली मारने के बाद उसी अंदाज में रील बना दहशत फैलाकर नाम कमाना चाहते थे। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले में गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई चर्चा में आया था। थाने पहुंचते ही उत्तम और किशोर अपनी हरकत पर बार-बार माफी मांग रहे थे। वीडियो में दहशत फैलाने की बात करने वाले खुद इतने डरे हुए थे कि एक ही बात कह रहे थे, एक बार माफ कर दो, दोबारा कभी इस तरह की गलती नहीं करेंगे। रील बनाना तो दूर वह मोबाइल से भी दूर रहेंगे।
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समाज की खामोशी बढ़ावा दे रही ऐसे लोगों को: समाजशास्त्री
गैंगस्टर समेत अन्य अपराधियों के प्रति समाज की खामोशी अपरोक्ष रूप से ऐसे लोगो को कहीं न कहीं हीरो बना देती है। इंटरनेट मीडिया में असली गैंगस्टर की रील, वेब सीरीज और फिल्मों में गैंगस्टर के चरित्र निभाने वालों को युवा अपना रोल मॉडल मान लेते हैं। यह समाज के लिए घातक प्रव़ृत्ति है। जबकि युवाओं के रोल माडल राष्ट्र निर्माण करने वाले बनने चाहिए न कि इस तरह के लोग।
-प्रोफेसर अरशद, निदेशक, इंस्टीट््यूट ऑफ सोशल साइंस एंड डीन स्टूडेंट वेलफेयर
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डॉक्यूमेंट्स के आधार पर एक आरोपी उत्तम बालिग है, जबकि दूसरा नाबालिग है। गोली नाबालिग ने मारी थी। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिए हैं। नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड और आरोपी उत्तम को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया है।
-सोनम कुमार, डीसीपी