- कार सवार मैनेजर को हॉस्पिटल में बेहोशी की हालत में छोड़कर गया

- मोबाइल में मिली साथी कि रिकॉर्डिग, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

आगरा। थाना हरीपर्वत के सुल्तानगंज स्थित एक हॉस्टिल के मैनेजर की संदिग्धावस्था में मौत हो गई। गुरुवार सुबह अज्ञात व्यक्ति हॉस्पिटल में मैनेजर को छोड़ कर भाग गया। जांच की तो उसकी मौत हो चुकी थी। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

किराए के मकान में रहता था

मूलरूप से दौलतपुर थाना मिरहची, एटा निवासी 35 वर्षीय धर्मेश पुत्र चंद्रपाल सुल्तानगंज पुलिया स्थित डॉ। कोमल चौधरी के शिवा हॉस्पिटल में मैनेजर था। न्यू आगरा स्थित जनता क्वार्टर में किराए पर रहता था। पत्नी रेखा डेढ़ साल के बेटे के साथ गांव में रहती है। धर्मेश यहां अकेले ही रहता था। चार-पांच दिन पहले ही वह घर पर होकर आया था। बुधवार रात आठ बजे वह हॉस्पिटल से घर पहुंचा। गुरुवार सुबहसाढ़े चार बजे काली सेंट्रो कार सवार युवक हॉस्पिटल पहुंचा। उसने गेट पर दस्तक दी। अंदर से कर्मचारी हेमंत और बंटू बाहर आए। युवक ने उनसे कहा कि धर्मेश को अंदर ले जाओ। धर्मेश कार में बेहोश पड़ा था। कर्मचारियों ने टोका तो युवक ने कहा कि जल्दी अंदर ले जाओ।

कार सवार युवक भाग निकला

युवक ने कार से सामान लाने की बात कही। दोनों कर्मचारी स्ट्रेचर पर धर्मेश को लेकर अंदर गए। कार सवार युवक कार लेकर वहां से निकल गया। जांच की तो धर्मेश की मौत हो चुकी थी। साथी उसे एसएन ले गए, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों को सूचना की गई। धर्मेश के परिजन एसएन पहुंच गए। पिता चंद्रपाल ने बताया कि बेटे से रात आठ बजे मोबाइल पर बात हुई थी। वह उस दौरान घर पर था। यहां पर आकर उसका मोबाइल देखा, तो उसमें अंतिम कॉल रात 12:42 की रिकॉर्ड है, जिसमें साथ में मौजूद युवक किसी से बोल रहा है कि धर्मेश भाई का क्या करना है। परिजनों को आशंका है कि धर्मेश को जहर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

सीसीटीवी में हुआ कैद

हॉस्पिटल में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पुलिस ने फुटेज लेकर धर्मेश को छोड़ने आए युवक की तलाश शुरु कर दी है। साथ ही अंतिम बार की गई कॉल के नंबर को ट्रेस किया जा रहा है।