आगरा: बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक व प्रधानाध्यापक मुश्किल में हैं। अब तक वह कायाकल्प और मीड-डे-मील आदि की औपचारिकताओं से ही परेशान थे, अब प्रेरणा पोर्टल पर डाटा फी¨डग के कराने के निर्देश ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं.शिक्षकों का कहना है कि डाटा फी¨डग के लिए कोई संसाधन भी उपलध नहीं कराए गए हैं। उनके पास न टैबलेट है, न कंप्यूटर, और न ही वेबपोर्टल पर ऑनलाइन डाटा फी¨डग का कोई अनुभव या प्रशिक्षण। ऐसे में शिक्षकों में असंतोष है।

शोषण होने की आंशका

शिक्षक संगठनों ने भी नाराजगी जताना शुरू कर दिया है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री बृजेश दीक्षित का कहना है कि शिक्षक तकनीकी रूप से सक्षम नहीं, लाक और जिला स्तर पर तैनात कंप्यूटर आपरेटर या तकनीकी जानकारों की मदद लेनी चाहिए। शिक्षकों के पास पहले से ही बीएलओ, मिड-डे-मील, कायाकल्प आदि का काफी काम हैं। अब बिना ट्रे¨नग फी¨डग की जिमेदारी थोपी जा रही है। शिक्षकों का शोषण होने की आशंका है।

कब रुकेगा सिलसिला

यूनाइडेट टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) जिलामंत्री राजीव वर्मा का कहना है कि शासन ने प्रेरणा पोर्टल पर शिक्षकों के साथ विद्यार्थियों का विवरण अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। ई-पाठशाला की सामग्री भी पोर्टल से लेकर अलग-अलग ग्रुपों में प्रतिदिन पोस्ट करनी है। अब डाटा फी¨डग की भी जिमेदारी भी दे दी गई है। आखिर बिना संसाधन काम थोपने का यह सिलसिला कब रुकेगा।