आगरा(ब्यूरो)। प्राइवेट व सरकारी वाहनों पर नाम व पद, जाति लिखना मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन है, इसके बाद भी आमजन व जनप्रतिनिधि, निजी वाहन पर बड़े-बड़े अक्षरों में नंबर प्लेट के ऊपर अपना नाम, पद की प्लेट लगा आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं। गाडिय़ों पर अपने नाम व पद की नेम प्लेट लगा कर चल रहे हैं। कई लोग ऐसे भी हैं जिनके घर अगर चार वाहन हैं तो सभी पर पद व नाम लिखकर चल रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस और थाना पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है।

चेकिंग में इन प्वाइंट पर फोकस
किसी प्रकार की अवैध वसूली न हो, पुलिसकर्मी किसी के साथ दुव्र्यवहार न करें, बुजुर्ग, महिला, दिव्यांग को कोई समस्या न हो, चेकिंग के दौरान बॉडी वॉर्न कैमरा का प्रयोग जरूर किया जाए।

निवर्तमान जनप्रतिनिधि, लिख रहे वर्तमान
शहर व ग्रामीण क्षेत्र में कई ऐसे वाहन घूम रहे हैं, जिन पर लोगों ने प्रधान, जिला पंचायत सदस्य तो लिख ही रखा है, कई लोगों ने अपनी जाति या कोई और स्लोगन लिखवाया है। कई दो पहिया वाहन पर तो पीछे नंबरों की जगह कोई चित्र या जाति लिखी है। निवर्तमान होने के बाद भी जनप्रतिनिधि फिर भी वर्तमान लिख रहे हैं, ऐसे वाहन चालकों के पुलिस ने चालान किए, जबकि कुछ को हिदायत देकर छोड़ दिया।

क्या कहते हैं अधिकारी
पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक अरुण चंद ने बताया कि नियमों की अनदेखी कर नंबर प्लेट पर नाम, जाति या पदनाम लिखने वालों पर कार्रवाई के लिए अभियान शुरू किया गया है। शनिवार से इस अभियान को शुरू किया गया है। सभी थानेदारों को इस बारे में जानकारी दी गई है। हूटर, लाल बत्ती लगाने वाले चारपहिया वाहनों पर भी कार्रवाई होगी।


जब कोई नया वाहन खरीदता है तो उस पर ंिहंदू, जाति या अपने पद का नाम लिखने के लिए कहता है, पुराने वाहनों पर कोई नहीं लिखवाता है। रोजाना 20 से 25 ग्राहक वाहन पर स्टीकर लगवाने बेलनगंज आते हैं।
प्रिंस श्रीवास्तव, व्यापारी


वाहनों पर धर्म विशेष, जाति सूचक शब्द या पद का नाम लिखवाना ट्रैफिक रूल्स का उल्लंघन है। इसके लिए नियमों का पालन नहीं करने पर 2 हजार रुपए का चालान किया जाएगा।
रवि चौबे, अधिवक्ता


ट्रैफिक रूल्स को फॉलो नहीं करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ अभियान चलाया गया है, वाहनों पर धर्म, जाति या पद का नाम लिखवाना गलत है।
अरुण चंद, ट्रैफिक पुलिस