- कार्रवाई के लिए अपर प्रबंध निदेशक और पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र
- डग्गामार वाहनों से रोडवेज को हो रहा करोड़ों रुपए का नुकसान
आगरा। जिले के 9 रूटों पर 761 डग्गामार वाहन दौड़ रहे है। इससे रोडवेज को करोड़ों के राजस्व की हर रोज चपत लग रही है। आरटीओ और परिवहन निगम की संयुक्त कार्रवाई में भी डगामार वाहनों के दौड़ने पर कोई रोक नहीं लग सकी है। इसको लेकर आरएम मनोज कुमार ने रोडवेज कर्मचारियों और अधिकारियों की टीम लगाकर 21 मई सुबह 7 बजे से शाम के 7 बजे तक 9 रूटों पर सर्वे कराया तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। 761 डग्गामार वाहन दौड़ते मिले। इनमे हाईवे पर भी डग्गामार रफ्तार भरते दिखे। आरएम ने लखनऊ मुख्यालय स्थित अपर प्रबंध निदेशक के साथ डीएम, एसएसपी और कमिश्नर को भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
बाहरी राज्यों में बंद हैं संचालन
शहर में गैर राज्यों से आने वाली बसों का संचालन बंद कर दिया गया है। ऐसे में डग्गामार बस, मैजिक, मिनी बस आदि चांदी काट रहे हैं। शासन के निर्देशानुसार परिवहन निगम की बसों का संचालन 50 प्रतिशत सीटिंग क्षमता के अनुसार ही किया जा रहा है। इसका सीधा फायदा डग्गामार वाहन उठा रहे हैं।
रूट का नाम मिनी बस, ईको, मैजिक बड़ी बसें डबल डेकर कुल वाहनों की संख्या
आगरा-मथुरा 101 26 2 129
आगरा- नोएडा 103 39 64 206
आगरा- फि रोजाबाद 29 6 0 35
आगरा-बाह 35 0 3 38
आगरा-अलीगढ़ 45 0 0 45
आगरा-सैंया 51 0 0 51
आगरा-फतेहपुरसीकरी 62 2 1 65
आगरा-जगनेर 101 0 0 101
मथुरा-पलवल 59 32 0 91
कुल 586 105 70 761
21 मई को शहर के 9 रूटों पर जिसमें हाईवे भी शामिल हैं। 12 घंटे सर्वे कराया गया था। सर्वे में पता लगा है कि 761 डग्गामार वाहन अनाधिकृत रूप से संचालित हो रहे हैं, जिससे रोडवेज को राजस्व का नुकसान हो रहा है। डग्गामार वाहनों की सूची जिला स्तर के पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराने के साथ कार्रवाई के लिए मुख्यालय को भी पत्र भेजा गया है।
मनोज कुमार आरएम रोडवेज