आगरा। विद्युतीकरण का पूरा काम होने से एनसीआर में आगरा मंडल पहले पायदान पर है। इस बारे में आगरा मंडल के डीआरएम आनंद स्वरूप ले इस हतर प्रदर्शन पर वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता(टीआरडी) प्रवीण कुमार यादव एवं उनकी टीम को बधाई दी है। इस बारे में डीआरएम का कहना है कि विद्युतीकरण होने से पर्यावरण में सुधार होगा। पॉल्यूशन में कमी आएगी।

829.352 किमी। में फैला है ट्रैक का नेटवर्क
आगरा मंडल में 829.352 किमी। में ट्रैक का नेटवर्क फैला हुआ है। इसमें ब्रांडगेज लाइन 729.082 किमी। है। इसमें विद्युतीकरण का काम सौ फीसदी पूरा हो चुका है। इसके अलावा मीटर गेज का कुल रुट 11.480 किमी है। नैरोगेज का कुल रुट 88.790 किमी। है। इसके अलावा आगरा मंडल के भांडई- धौलपुर सेक्शन की तीसरी रेल लाइन का कुल 42.54 किमी। इसके अलावा छाता-भूतेश्वर सेक्शन की चौथी लाइन का 27.82 किमी। तक है। इसमें तीसरी और चौथी लाइन का 70.36 किमी। तक विद्युतीकरण का काम किया गया है।

विद्युतीकरण से ये होगा लाभ
- डीजल इंजन बंद होने से पॉल्यूशन में कमी आएगी।
- ज्यादा ट्रेनों का संचालन संभव हो सकेगा।
- डीजल की अपेक्षा बिजली की खपत कम होती है। इससे राजस्व की बचत होगी।
- रफ्तार में तेजी आएगी।
- विद्युतीकरण होने से पर्यावरण में भी सुधार होगा।
- ईंधन आयात पर निर्भरता में कमी आएगी।

फैक्ट फिगर
- मंडल का कुल रुट- 829.352 किमी।
-मंडल में कुल ब्रांडगेज का रुट-729.08 किमी।
- मीटर गेज कुल-11.480 किमी।
- कुल नैरोगेज रुट-88.790 किमी।
- ब्रांडगेज कुल विद्युतीकरण-729.082 किमी।
- तीसरी लाइन का विद्युतीकरण-42.54 किमी।
-चतुर्थ लाइन का विद्युतीकरण-27.82 किमी।