मेट्रो का चल रहा ट्रायल
प्रायोरिटी वाले छह किमी लंबे ट्रैक पर मेट्रो का ट्रायल चल रहा है। अब तक 60 से 90 किमी प्रति घंटा तक का ट्रायल हो चुका है। ट्रायल में सिग्नल और बिजली की आपूर्ति में कोई भी दिक्कत नहीं आई है। इसकी रिपोर्ट सीएमआरएस को दी गई है। गुरुवार सुबह दस बजे से रेल संरक्षा आयुक्त जनक कुमार गर्ग ने सबसे पहले मेट्रो डिपो का निरीक्षण किया। ऑपरेशनल कंट्रोल सेंटर में अप और डाउन लाइन के मेट्रो के संचालन की जानकारी ली।

कोच की क्षमता देखी
सीएमआरएस ने ट्रायल में सिग्नल प्रणाली कितनी बार व्यवधान आया। इसकी जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि एक बार भी यह दिक्कत नहीं आई है। 112 करोड़ रुपए से डिपो बना है। मेट्रो कोच का भी निरीक्षण किया और उसकी क्षमता की जानकारी ली। अधिकतम क्षमता 973 यात्रियों की है। फिर ताज पूर्वी गेट स्टेशन का निरीक्षण किया। यूपीएमआरसी की टीम ने 272 करोड़ रुपए से ताज पूर्वी गेट, बसई और फतेहाबाद रोड स्टेशन का निर्माण किया है। एलीवेटेड स्टेशन पर बेहतरीन पेंङ्क्षटग की गई है।

तीन-तीन गेट बनाए गए
टिकट की जांच के लिए तीन गेट बनाए गए हैं। इसी तरह से निकासी के लिए तीन गेट होंगे। सीएमआरएस ने ताजमहल, आगरा किला और मन:कामेश्वर मेट्रो स्टेशन का निरीक्षण किया। यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को अहम बैठक होगी। सीएमआरएस की अनुमति मिलने के बाद ही मेट्रो का संचालन शुरू होगा।


तीन एलीवेटेड स्टेशनों को मिला प्लेटिनम रेङ्क्षटग
मेट्रो का संचालन शुरू होने से पहले तीन एलीवेटेड स्टेशनों को प्लेटिनम रेङ्क्षटग मिली है। इसमें ताज पूर्वी गेट, बसई और फतेहाबाद रोड स्टेशन शामिल हैं। यह रेङ्क्षटग इंडियन ग्रीन बिङ्क्षल्डग काउंसिल द्वारा दी गई है। मेट्रो ईको फ्रेंडली है। यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि इसी माह अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन ने फस्र्ट कॉरिडोर के भूमिगत ट्रैक ताज पूर्वी गेट से आरबीएस कॉलेज तक के भाग को पर्यावरण प्रबंधन के लिए आईएसओ 14001 और संरक्षा प्रबंधन के लिए आईएसओ 45001 प्रमाण पत्र दिया था। गुरुवार को उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने पट्टिका और प्रमाण पत्र अधिकारियों को दिया। निदेशक सीपी ङ्क्षसह, अरङ्क्षवद कुमार सहित अन्य शामिल रहे।