-कंट्रोल रूप पर सूचना मिलते ही सक्रिय होगी टीम

आगरा। आपको जाम से निजात दिलाने के लिए पुलिस ने नई कवायद शुरू की है। आपके एक कॉल पर जाम खुलवाने के लिए इंटरसेप्टर वाहन मौके पर पहुंचेगा। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने सोमवार को इंटरसेप्टर वाहन की वर्किंग का रियलटी चेक किया। जिसमें वाहन ने शहर के कई मुख्य मार्गो से जाम हटाने का कार्य किया।

ऐसे काम करती है इंटरसेप्टर

पुलिस हेल्प लाइन पर कॉल आने के बाद यह नंबर इंटरसेप्टर वाहन की टीम को ट्रांसफर कर दिया जाता है। सूचना मिलते ही पहले से शहर में सक्रिय इंटरसेप्टर वाहन टीम जाम की लोकेशन उस मोबाइल नंबर से तलाशने का कार्य करती है, जिसके द्वारा कंट्रोल रूम पर जाम की सूचना दी जाती है। तत्काल मौके पर पहुंचने के बाद टीम जाम में फंसे वाहनों को निकालने का कार्य शुरू कर देती है।

हाईवे से शहर में हुए शिफ्ट

जनपद में वर्ष 2009 में एक इंटरसेप्टर वाहन ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए आगरा ट्रैफिक पुलिस को मुहैया कराया गया था। इसकी सफलता के बाद हाल ही में एक और अपग्रेड इंटरसेप्टर वाहन भेजा गया है। इससे पूर्व इन वाहनों की सेवा एक्सप्रेस-वे पर ली जाती है, जो ट्रैफिक के साथ स्पीड डिटेक्टर का भी काम करते थे।

यहां प्रमुख रूप से तैनाती

हाथीघाट शहर का प्रमुख प्वॉइंट है। ताजमहल और फोर्ट देखने के लिए आने वाले पर्यटक एक्सप्रेस-वे से होकर हाथीघाट मार्ग से पहुंचते हैं। इससे अक्सर वहां जाम की स्थिति बनी रहती है। पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक पुलिस के साथ इंटरसेप्टर वाहन को यहां मुस्तैद रखा गया है।

ट्रैफिक सिग्नल होंगे दुरुस्त

ट्रैफिक विभाग द्वारा सिग्नल रखरखाव करने वाली एजेंसी को आगाह किया गया है। मुख्य मार्ग पर जहां ट्रैफिक सिग्नल से वाहनों का आवागमन प्रभावित हो रहा है, वहां सिग्नल्स को पूरी तरह ठीक करने का कार्य किया जा रहा है। इससे ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की कमी झेल रहे विभाग को काफी हद तक राहत मिल सकेगी।

मानसिक तनाव झेल रहे

वर्तमान में आगरा जनपद की व्यवस्था संभालने के लिए 341 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की जरूरत है, लेकिन मात्र 153 पुलिसकर्मी ही ट्रैफिक व्यवस्था को संभाल रहे हैं। जिसमें से कुछ अक्सर मेडिकल लीव या अन्य किसी कारण से छुट्टी पर रहते हैं। जो वर्तमान में ट्रैफिक व्यवस्था संभाल रहे हैं, वह छुट्टी नहीं मिलने से मानसिक तनाव झेल रहे हैं।

पुलिस कंट्रोल रूम नंबर

112

इंटरसेप्टर वाहन में स्टाफ

एक एचसीपी

एक होमगार्ड

एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी

यहां रहता है जाम

हाथीघाट

लोहामंडी

घटिया आजम खां

शाहगंज

भोगीपुरा

वर्जन

ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने में इंटरसेप्टर वाहन मददगार साबित हो रहा है। जाम से निपटने के लिए और भी कार्य किया जा रहा है। हाल ही में बिना परमिट के दौड़ रहे सरकारी, गैर सरकारी बसों का चालान किया गया।

प्रशांत कुमार, एसपी ट्रैफिक