100 में से 42 व्रत

जिला कारागार की चाहरदीवारी के अंदर भी करवाचौथ के त्योहार का रंग दिखा। इनदिनों यहां डिफरेंट क्रिमिनल केसेज के आरोप में फंसी 100 महिलाएं निरुद्ध हैं। इन्हीं में से 42 महिलाओं ने ट्यूजडे को करवाचौथ का व्रत भी रखा। पूरे दिन भूखी-प्यासी रहकर इन महिला आरोपियों ने रात में चंद्रमा के दर्शन के बाद ही जल गृहण किया।

75 परसेंट हैं दहेज केस में

जिला कारागार के अधीक्षक संत लाल यादव का कहना है कि जेल की चाहरदीवारी के अंदर यूं तो एनडीपीएस, मर्डर, किडनैप सहित आईपीसी के डिफरेंट सेक्शंस के आरोप में महिलाएं निरुद्ध हैं। लेकिन, सबसे ज्यादा लगभग 75 परसेंट महिलाओं पर दहेज उत्पीडऩ और दहेज हत्या के आरोप लगे हुए हैं।

व्रत के लिए व्यवस्था

करवाचौथ का व्रत रहने वाली सभी 42 महिलाओं के लिए जिला कारागार एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से खास प्रबंध किए गए हैैं। सभी महिला कैदियों के लिए आज के दिन खीर, पूड़ी और लजीज सब्जियों की व्यवस्था कराई। करवाचौथ कथा कैलेंडर, करवा, सींक आदि सभी के पूजा-पाठ की सामग्री भी जेल की ओर से ही उपलब्ध कराई गई।

दिन में ही मिले आपस में

जेल में व्रत रहने वाली 42 महिलाओं में से 23 के तो पति भी साथ में ही कैद कर रखे गए हैं। इनके ऊपर एनडीपीएस, मर्डर और दहेज आदि के केसेज साथ-साथ लगे हुए हैं। जेल एडमिनिस्ट्रेशन ने इन पति-पत्नियों को डे टाइम में ही मिलवा दिया। इसके साथ ही साथ जिन महिलाओं और पुरुषों को लाइफ पार्टनर जेल से बाहर हैं वे सभी करवाचौथ के मौके पर ट्यूजडे दिन में ही जेल में मिलने आ गए।

मेहंदी लगाकर पहुंची मिलने

ट्यूजडे के दिन जिला कारागार का नजारा ही कुछ डिफरेंट दिखा। खंदारी एरिया स्थित जेल कैम्पस के मुख्य दरवाजे के बाहर ही मिलने वालों की खासी भीड़ जमी थी। इनमें सबसे ज्यादा महिलाएं और बच्चे ही थे। जेल में बंद यंग कैदियों की नई नवेली वाइव्स भी अपने पतियों से मिलने पहुंची थीं। हाथों में मेहंदी लगाए सजी-धजी इन महिलओं ने अपने चांद को देखने के लिए काफी देर तक खासी मशक्कत भी की।

संत लाल यादव, जेल अधीक्षक

जेल में रह रही महिलाओं में से जिन्होंने व्रत रखा है। उनके लिए पूजा-पाठ की सामग्री और स्पेशल खाने की व्यवस्था कराई गयी है.