आगरा(ब्यूरो)। मथुरा दरबार पुलिस चौकी के पीछे बांगर मथुरा, हाल पता एफ-3 ब्लॉक आठ काशीराम योजना थाना वृंदावन के रहने वालेे मौसिम उस्मानी पुत्र दौलत उस्मानी ने पुलिस को बताया कि उस पर आसपास के लोगों का लाखों रुपए कर्ज था, जिससे बचने के लिए वो आगरा में अपने मामा के घर रहने लगा। मजदूरी कर अपना जीवन यापन करता था। कर्ज से छुटकारा पाने के लिए मासूम मयंक को किडनैप क रने के बाद मौसिम उस्मानी उसे भिखारी के गैंग को बेचने की फिराक में था।

सीसीटीवी से लगा सुराग
एससपी प्रभाकर चौधरी द्वारा गठित पुलिस की आठ टीमों ने पीडि़त परिवार के घर के आसपास के सीसीटीवी खंगाले। जिसकी मदद से अपहर्ता के बारे में ठोस जानकारी पुलिस को मिली। जहां से मासूम को किडनैप किया गया था, वहां से सीसीटीवी कैमरे चेक करना शुरू किया गया। घटनास्थल से पृथ्वीनाथ फाटक से रोड करीब एक किलोमीटर दूर था। वहां के सभी फुटेज को चेक किया गया। आजमपाड़ा से लेकर दौरैठा के बीच कई लोगों ने आरोपी को एक कैमरे की फुटेज से पहचान लिया गया। स्थानीय लोगों द्वारा आरोपी की पहचान मौसिम के रूम में की गई। जिस पर पुलिस आरोपी के बारे में डिटेल हासिल करना शुरू कर दिया।


सर्विलांस टीम ने लगाया पता
ढाई साल के मासूम मयंक की बरामदगी मेेंं पुलिस की सर्विलांस टीम की अहम भूमिका रही। एसएसपी के आदेश पर पुलिस की आठ टीमें बस्तियों में बुधवार की सुबह दस बजे से लेकर गुरुवार रात तक मासूम की तलाश करती रही। सर्विलांस टीम को अपहर्ता का रूट पता लगाने और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सौपी गई। जिसमें आरोपी मासूम को ले जाता स्पष्ट सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है। इसके बाद आजमपाड़ा स्थानीय लोगों से तिराहे और चौराहों पर दुकानदारों से आरोपी के बारे में पूछताछ की गई, तब पता चला कि आरोपी मौसिम अपने मामा के घर रह कर मजदूरी करता है, जो मूल रूप से मथुरा के वृंदावन का रहने वाला है।

छह महीने पहले आया था
पुलिस टीम द्वारा आरोपी की शिनाख्त के बाद उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए गए। देर रात पुलिस और मासूम के पिता जयप्रकाश व आजमपाडा में रहने वाले स्थानीय लोगों ने जानकारी दी। उन्होंने पुलिस को बताया कि वृंदावन निवासी मौसिम अपने मामा के यहां छह महीने से रह रहा है। मंगलवार की शाम जब मासूम को किडनैप किया गया था, तब से मौसिम भी गायब था। सीसीटीवी फुटेज का मिलान करने पर पता चला कि अपहर्ता मौसिम ही है। वह कुछ देर पहले ही कहीं से आया है। परिजनों और पुलिस ने आजमपाड़ा में बने मौसिम के मामा के मकान में पहुंचे, उन्होंने मौसिम को हिरासत में ले लिया। पूछताछ की तो उसने बताया कि मासूम को अपहरण करने के बाद मथुरा के वृंदावन में रखा गया। काशीराम आवास योजना में रहने वाले आरोपी के संबंधी के पास रखा है।

मां को देख लौटी मयंक की मुस्कान
पुलिस ने जब मासूम को मथुरा के वृंदावन काशीराम आवास योजना से बरामद किया तो मयंक अपने माता-पिता को याद कर रहा था, इस बीच पुलिस ने उसको बिस्किट और चॉकलेट देने की कोशिश की, लेकिन उसने फेंक दिया। इसके बाद मयंक सो गया। जब वो जागा तो अपनी मां के पास जाने की जिद करने लगा। आधी रात को मयंक चाचा राहुल पुलिस के साथ पहुंचे। राहुल ने उसे जगाया। चाचा को सामने देख मयंक खुद को सुरक्षित महसूस करने लगा। जब मां मिथिलेश को उसे सौंपा गया तो वो अपनी मां से बुरी तरह से लिपट गया। वहीं मां के चेहरे पर भी मासूम को पाकर खुशी का ठिकाना ना रहा।

मां ने रात भर की प्रार्थना
मयंक की मां मिथिलेश ने मंगलवार की शाम से ही खाना-पानी त्याग दिया था। वह मंदिर के सामने दीपक जलाकर बैंठ गईं। अपने पुत्र मयंक के सकुशल बरामदगी की प्रार्थना करती रहीं। वहीं दादी कांता देवी भी उनके प्रार्थना पर बैठी रहीं। मिथिलेश ने बताया कि भगवान ने उनकी प्रार्थना सुनली है। वहीं परिवार के सभी सदस्य एक के बाद एक कर मयंक को अपनी गोद में लेने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वो अपनी मां की गोद से नहीं उतरा। इधर आसपास के लोगों का भी मासूम को देखने का तांता उनके घर लगा रहा।


पुलिस की प्लानिंग पर नजर
-ऑपरेशन मुस्कान में लगी टीम
8 पुलिस की टीम
-पहचान करने में जुटे पुलिसकर्मी
80 पुलिसकर्मी
-मासूम के सुराग को खंगाले सीसीटीवी
200 कैमरे
-घटना के बाद बरामद किया मासूम
24 घंटे

टीम को मिलेंगे 25 हजार रुपए
आईजी रेंज नचिकेता झा मासूम मयंक को बरामद करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपए ईनाम देने की घोषणा की है। पुलिस टीम में शाहगंज थाना प्रभारी जसवीर सिरोही, कुलदीप दीक्षित प्रभारी एसओजी टीम, निरीक्षक अरविन्द कुमार तोमर, सचिन धामा प्रभारी सर्विलांस मय टीम, अजय कुमार प्रभारी स्वाट मय टीम, राजकुमार गिरि प्रभारी सीआईडब्ल्यू मय टीम, सुनील कुमार लाम्बा, अमित कुमार, रामप्रकाश शर्मा, सुरेन्द्र राव, शरद त्यागी थाना शाहगंज, कांसटबेल सत्यवीर शर्मा, भीम सिंह, श्रीकान्त शर्मा थाना, अर्पित अहलावत, सूर्यप्रताप सिंह, आशीष शुक्ला, मुकुल शर्मा, वसीम अकरम, राकुल, मानवेन्द्र उपाध्याय, विपिन कुमार एसओजी मय टीम, अरविन्द कुमार, हरेन्द्र सिंह, संदीप मिश्रा सीआईडब्ल्यू टीम, आदेश त्रिपाठी, आशीष शाक्य, रमन यादव, शुभम सारस्वत, पंकज कुमार सर्विलांस टीम, ज्ञानेन्द्र, अनूप स्वाट टीम आदि का सहयोग रहा।



मासूम मयंक को 24 घंटे के भीतर सकुशल बरामद किया गया है, इसके लिए आठ पुलिस की टीमों को लगाया गया था। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

प्रभाकर चौधरी, एसएसपी