- सदर तहसील में लेखपालों ने कार्य में जुटते हुए की पेंडेंसी खत्म

- 19 दिन तक चली लेखपालों की हड़ताल से बिगड़ गए थे हालात

आगरा। करीब 19 दिन तक चली लेखपालों की हड़ताल के कारण आय जाति और मूल निवास प्रमाण पत्रों की जनपद भर में करीब 50 हजार की पेंडेंसी थी। जिसे तीन दिन में 10 हजार पर ला दिया गया है। डीएम एनजी रवि कुमार के निर्देश पर शेष पेंडेंसी को खत्म करने में लेखपाल रात-दिन जुटे हुए हैं।

एक-एक दिन पड़ रहा है भारी

18 दिन तक चली लेखपालों की हड़ताल शनिवार को खत्म हो गई थी। इस बीच और इससे पहले प्रमाण हड़ताल के कारण अटक गए थे। विभिन्न कार्यो के लिए आवेदन करने वाले युवा बेहद परेशान थे। अब उन्हें एक-एक दिन भारी पड़ रहा है। उन्हें लग रहा है कि तत्काल उनका प्रमाण पत्र बन जाए ताकि काम शुरू हो सके।

तीन दिन में पेंडेंसी खत्म

तहसीलदार सदर प्रेमपाल सिंह ने बताया कि हड़ताल के समय करीब 10 हजार प्रमाण पत्रों की पेंडेंसी हो गई थी। जिसे तीन दिन में खत्म करा दिया गया है। इसके लिए लेखपालों को रात-दिन कार्य कर प्रमाण पत्रों की पेंडेंसी को खत्म करने के निर्देश दिए हैं। बावजूद इसके कुछ प्रमाण पत्र के लिए इंतजार करते युवा शुक्रवार को कई युवा प्रमाण के लिए तहसील सदर में इंतजार करते हुए मिले। उनका कहना था कि वे तहसीलदार से मिले थे। उन्होंने तत्काल लेखपाल से बात कर रिपोर्ट लगाते हुए आगे की कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसलिए इंतजार कर रहे हैं।

मैंने सभी लेखपालों को निर्देश दिए हैं कि वे हड़ताल के दौरान हुई पेंडेंसी को तीन दिन के अंदर खत्म करें। प्रमाण पत्रों से संबंधित सभी पेंडेंसी खत्म हो गई है।

गरिमा सिंह, एसडीएम सदर

सभी लेखपाल साथियों को कहा गया है कि वे हड़ताल के दौरान बढ़ी प्रमाण पत्रों की पेंडेंसी को रात-दिन मेहनत कर खत्म किए करें। किसी भी युवा का काम खराब नहीं होना चाहिए। डीएम और एसडीएम के भी आदेश हैं कि तीन दिन में पेंडेंसी खत्म की जाए।

चौधरी भीमसेन, अध्यक्ष लेखपाल संघ

10 से 28 तक चली हड़ताल

विभिन्न मांगों को लेकर लेखपालों ने 10 दिसंबर से शुरू की थी, जो बगैर किसी समाधान के 28 दिसंबर को समाप्त हो गई।

सदर तहसील है अव्वल

प्रमाण पत्रों की पेंडेंसी खत्म करने में सदर तहसील आगे है। वहीं फतेहाबाद और बाह भी दौड़ में शामिल हैं।