-एरिया के लोगों के दिल में बैठ गया है तेंदुए का डर

-खेतों पर काम के नाम पर हाथ खड़े कर रहे हैं गांव के लोग

AGRA। सिटी से छह-सात किमी की दूरी पर स्थित मुड़ी एरिया के पास स्थित अगपुर गांव के लोग दहशत में हैं। डर का कारण है तेंदुआ। लोग अपने घर से बाहर निकलने तक में डर रहे हैं। उधर, फोरेस्ट और पुलिसफोर्स को तेंदुए जैसे जानवर का कहीं भी अता-पता नहीं मिल रहा है।

टीम लौट आई निराश

वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट के रेंजर एलएन उत्तम के अनुसार, अगरपुर में गाय पर किसी जंगली जानवर के हमला करने की जानकारी मिली थी। वाइल्ड लाइफ एसओएस की टीम अगरपुर में पहुंची थी। उधर, फोरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम भी इस एरिया में गई थी। लेकिन, गांव वाले जिस तेंदुए जैसे जानवर की बात कर रहे हैं, उसका कोई भी नामोनिशान नहीं मिला।

डर नहीं निकल रहा मन से

उधर, फोरेस्ट डिपार्टमेंट तेंदुए जैसे किसी जानवर की उपस्थित से नकार रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि थर्सडे रात में तेंदुए की खोज के लिए आई टीम ने औपचारिकता भर निभाई। चार सदस्यों वाली यह टीम रात बारह बजे के बाद गांव के एक बरामदे में जाकर बैठ गयी। यहां टीम को नींद आ गई। जिस कृष्णवीर ने तेंदुए जैसे जानवर को देखा था, उसके अनुसार, उसने खेत की मेड़ पर जिस जानवर को देखा था उसके शरीर पर तेंदुए जैसी ही लकीरें थीं। यही वजह थी कि वह मारे भय के बेहोश हो गया। हालांकि फोरेस्ट डिपार्टमेंट यह दावा कर रहा है कि ग्रामीण किसी और जानवर को देखकर बेहोश हो रहे हैं। तेंदुए का गांव में कोई नामोनिशान तक नहीं मिला है। लेकिन, गांव वालों में तेंदुए की दहशत बरकरार है। लोग दिन-रात बच्चों और जानवरों की रखवाली कर रहे हैं।

आगे बढ़ गया जानवर

उधर, गांव वालों का कहना है कि सबसे पहले पप्पू ने बुधवार को तेंदुए जैसा जानवर अपने अहाते में देखा था। शोर मचाने से वह भाग खड़ा हुआ। फ्राइडे को खबर मिली है कि यह जानवर अगरपुर से करीब एक किमी की दूरी पर स्थित अरेला गांव की तरफ पहुंच गया है। कुछ ग्रामीणों को रात के घुप अंधेरे में अजीबो-गरीब जानवर की मौजूदगी की आहट हुई है।

बढ़ रहा है आगे

सूत्रों का कहना है कि यह जानवर अरेला से आगे निजामतपुर, फादलपुर के खेतों को पार करते हुए झरना नाले की तरफ बढ़ सकता है। तेंदुए जैसा जानवर ग्रीन कॉरीडोर लेते हुए आगरा सिटी को पार कर सकता है। इसके बाद मथुरा आगरा की सीमा से सटे ग्रीन बैल्ट में होते हुए धीरे-धीरे रणथम्भौर की ओर बढ़ सकता है। एक्सपर्ट का कहना है कि करीब दो साल पहले रणथम्भौर की तरफ से ही भटका हुआ मोहन बाघ आगरा-मथुरा के ग्रीन कॉरीडोर के थ्रू वापस वहीं चला गया था। संभवत मेरठ में पब्लिक को दहशत में डालकर तेंदुआ ग्रीन बैल्ट का सहारा लेते हुए आगरा की तरफ बढ़ आया है। मेरठ में पब्लिक को फेस कर चुका यह वाइल्ड एनीमल अब पब्लिक से बच-बचकर अपने ठिकाने की ओर आगे बढ़ सकता है।