आगरा(ब्यूरो )।वह वायरल संक्रमण की भी चपेट में आ रहे हैैं। इससे बच्चों को तेज बुखार आ रहा है। लू लगने से पेट दर्द, दस्त की समस्या हो रही है। धूप में ज्यादा देर तक खड़े रहने पर सिर दर्द और बेचैनी हो रही है।

तेज धूप से हो रहा सिरदर्द
तापमान बढऩे और तेज धूप में ज्यादा देर धूप में रहने से सिर दर्द हो रहा है। वहीं, बच्चों को पेट दर्द की समस्या और दस्त हो रहे हैं। एसएन के बाल रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ। नीरज यादव ने बताया कि बच्चे धूप में स्कूल से घर लौट रहे हैं, इस दौरान पसीना निकलता है। इससे शरीर में नमक सहित अन्य तत्वों की कमी होने लगती है। पेट में दर्द, उल्टी के साथ दस्त की समस्या बच्चों को हो रही है। एसएन में उल्टी दस्त होने से पानी की कमी होने पर आ रहे बच्चों को भर्ती किया जा रहा है। वार्ड में भर्ती 30 प्रतिशत बच्चे लू से पीडि़त हैं। उधर, इस मौसम में वायरल संक्रमण भी फैल रहा है। इसमें तेज बुखार आ रहा है, पैरासीटामोल की टैबलेट देने के बाद भी बुखार कम नहीं हो रहा है। तीसरे दिन से बुखार कम हो रहा है। कमजोरी और भूख नहीं लग रही है।

रोज शासन को भेजी जा रही रिपोर्ट
चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ। अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि लू (हीट- वेव) के दृष्टिगत जनपद और ब्लॉक स्तर पर इलाज की समुचित व्यवस्था के लिए ओआरएस और आईवी फ्ल्यूड आदि का पर्याप्त स्टॉक करा दिया गया है। मानव संसाधन को भी अलर्ट कर दिया गया है। ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करा दी गई है। माह अप्रैल, मई व जून लू (हीट- वेव) के महीने माने गए हैं। हर रोज ग्रामीण व शहरी स्वास्थ्य केंद्रों से लू (हीट-वेव ) की रिपोर्ट इकट्ठा कर शासन को भेजी जाती है। जनपद व ब्लॉक स्तर के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को जल जनित बीमारी, सेल्फ हाईजीन व सफाई के लिए संवेदनशील कर दिया गया है। मच्छरों से बचने के लिए फॉगिंग व लार्वा स्प्रे नियमित रूप से किया जा रहा है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में एडवाइजरी जारी कर दी गई है। महामारी की दशा में त्वरित कार्यवाही हेतु रैपिड रिस्पॉन्स टीम (आरआरटी) का गठन कर दिया गया है।

ऐसे करें बचाव
-अधिक से अधिक पानी पिएं।
-पसीना सूखने वाली कपड़े व हल्के रंग के कपड़े पहनें।
-धूप में निकलते समय चश्मे, छाते व चप्पलों का प्रयोग करें।
-खुले में कार्य करते है तो चेहरा, हाथ पैरों को गीले कपड़े से ढककर रहें और यदि संभव हो तो छाते का प्रयोग करें।
-संभव हो तो दोपहर 11 बजे से चार के मध्य धूप में निकलने से बचें।
-घर में बने पेय पदार्थ लस्सी, नींबू पानी, छाछ इत्यादि का प्रयोग करें।
-पेट में मरोड़, घमोरियां, शरीर में कमजोरी, चक्कर आना, सिर में तेज दर्द, उबकाई जैसे लक्षण सामने आएं तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सीय सलाह लें।
-घर के बने हुए खाद्य पदार्थ का सेवन करें
-खाने में सलाद अधिक लें, चिकनाई युक्त भोजन कम लें
-शादी समारोह में खाना कम खाएं
-धूप से आने के बाद ज्यादा ठंडा पानी ना पीएं

बच्चे धूप में स्कूल से घर लौट रहे हैं, इस दौरान पसीना निकलता है। इससे शरीर में नमक समेत अन्य तत्वों की कमी होने लगती है। पेट में दर्द, उल्टी के साथ दस्त की समस्या बच्चों को हो रही है।
- डॉ। नीरज यादव, विभागाध्यक्ष, बाल रोग विभाग एसएनएमसी