आगरा। आवास-विकास के सेक्टर दस में पति-पत्नी और बेटी द्वारा सामूहिक सुुसाइड किया गया। जिसका कारण आर्थिकतंगी बताया जा रहा है, बरामद सुसाइड नोट में सोनू ने ही परिवार के दूसरे सदस्यों को सुसाइड के लिए कहा था। बताया गया है कि लॉकडाउन में बेरोजगारी के बाद परिवार आर्थिकतंगी से जूझ रहा था। बच्चे पढ़ाई छोड़कर घर में बैठे रहते थे।


घटना2
अकेलेपन से तनाव, सुसाइड का कारण
लॉयर्स कॉलोनी के रहने वाले युवक शशांक वर्मा ने गुरुवार को फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। पुलिस ने मौके से सुसाइड भी बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि शशांक वर्मा नीरव निकुंज में किराए के फ्लैट मेें अकेला रहता था। मानसिक तनाव के चलते सुसाइड का रास्ता चुना, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।


घटना3
गृहक्लेश के चलते लगाई फांसी
यमुनापार में रहने वाली विवाहिता ने शादी के छह महीने बीतने के बाद घर फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। मौके पर पहुंचे परिजनों ने ससुरालियों पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। पुलिस ने इस संबंध में पीडि़त की तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है, ससुरालियों ने आरोपों से नकार दिया।

घटना4
परिवारिक कहासुनी बनी सुसाइड कारण
खेरागढ़ तहसील के थाना बसई जगनेर क्षेत्र में बीती रात घरेलू विवाद के बाद एक महिला ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। महिला की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया हैं। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

घटना.5
गृहक्लेश के बाद लगा ली फांसी
एत्मादपुर क्षेत्र में महिला ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। शादी के बाद से महिला और सुसारालियों में विवाद चल रहा था, कई बाद समझौते का प्रयास किया, लेकिन विवाहिता ने अलग रहने की इच्छा जाहिर की थी। गृहक्लेश के चलते सुसाइड कर लिया।


घटना6
जहर खाकर की आत्महत्या
अस्पताल पुलिस चौकी से जानकारी के अनुसार एलकार सिंह निवासी फतेहाबाद ने सोमवार शाम अपने कुएं पर जाकर अज्ञात कारणों के चलते जहर खा लिया। जिसे परिजन इलाज के लिए आगर के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां इलाज के दौरान रात में उसकी मौत हो गई। परिजनों के अनुसार मृतक घर से खेत पर गया था और जहर खा लिया। मामले की जांच चल रही है।

19 लोगों ने किया सुसाइड
1 जनवरी 2022 से अभी तक के आंकड़े देखे जाएं तो आगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आत्महत्या के 11 मामले सामने आए हैं। जिसमें से 6 लोगों ने फांसी लगाकर तो 3 लोगों ने जहर खाकर व 2 ने कुएं में डूबकर आत्महत्या की है। वहीं जून में 8 लोगों ने सामूहिक सुसाइड किया है, जिसमें बुधवार से लेकर गुरुवार तक पांच लोगों ने सुसाइड कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।



मानसिक तनाव को लेकर कॉफी मामले आ रहे हैं। लोग अलग-अलग कारणों से तनाव में हैं। काउंसिलिग में मरीज के साथ-साथ उसके परिवार के सदस्यों को भी जोड़ा जाता है। अचानक व्यवहार में चेंज आना तनाव की पहचान है। मानसिक तनाव और अकेलेपन से तनाव बढ़ता है। यही सुसाइड का कारण बनता है। इस स्थिति में वह व्यक्ति पूरी तरह से डिप्रेशन में चला जाता है और सोचने की शक्ति खत्म हो जाती है।
डॉ। केसी गुरनानी, मनोचिकित्सक