- जगदीशपुरा इलाके में हुई लूट की घटना में था नामजद

-आरोपी पर शाहगंज थाने में दर्ज था गैंगस्टर का मुकदमा

आगरा : शाहगंज थाने से दस साल से गैंगस्टर में वांछित ईनामी बिहार में मजदूरी कर रहा था। पुलिस उसकी तलाश में भटक रही थी। आरोपी को बिहार के नवादा से गिरफ्तार कर लिया गया। उसे ट्रांजिट रिमांड पर यहां लेकर आने के बाद जेल भेज दिया गया।

दो साथियों के साथ मिलकर की लूट

इंस्पेक्टर शाहगंज सत्येंद्र कुमार राघव ने बताया कि अमित कुमार उर्फ पंकज 10 साल पहले किराए पर जगदीशपुरा इलाके में रहता था। उसने दो साथियों के साथ मिलकर लूट की थी। पुलिस ने उसके साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अमित कुमार उर्फ पंकज तभी से फरार था। फरारी में उसके खिलाफ चार्जशीट लगाई गई थी। वर्ष 2010 में उसके खिलाफ शाहगंज थाने में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया गया था। उस पर 15 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था।

घर जाना छोड़ दिया था

वह मूलरूप से मंसूरगंज, मालसलामी पटना, बिहार का रहने वाला है। पुलिस कई बार उसकी गिरफ्तारी के लिए वहां गई। लोगों से जानकारी करने पर पता चला कि वह अब वहां नहीं रहता है। खोजबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि वह अब गांव कोनियापुर, नवादा टाउन, जिला नवादा, बिहार में रह रहा है। पुलिस ने 23 मई को उसे वहां से गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया। उसे 26 मई तक की ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आगरा आई। पूछताछ करने पर अमित उर्फ पंकज ने बताया कि आगरा से फरार होने के बाद अपने पैतृक घर पर जाना छोड़ दिया था। वह नवादा और मुजफ्फरपुर में मजदूरी करने लगा था। कई साल बीतने के बाद उसे यकीन हो गया था कि पुलिस अब उस तक नहीं पहुंच सकेगी। इंस्पेक्टर शाहगंज ने बताया कि आरोपी को जेल भेज दिया गया है।

गैंगस्टर के धोखे में हमनाम को पकड़ लाई थी पुलिस

करीब ढाई महीने पहले गैंगस्टर के धोखे में पुलिस ने उसके हमनाम को पकड़ लिया था। मगर, उसकी आयु लगभग 23 साल थी। जबकि आरोपी अमित 10 साल से फरार चल रहा था। इसलिए हमनाम को कुछ घंटे बाद ही छोड़ दिया गया था।