लेट शुरू हुआ एग्जाम

वेडनसडे को दो शिफ्ट में एग्जाम कराया गया। पहली शिफ्ट का पेपर मार्निंग 8 बजे से और सेकेंड शिफ्ट एक बजे से शुरू होनी थी, लेकिन मिसमैनेजमेंट के चलते पहली शिफ्ट का एग्जाम ही घंटों देर से शुरू हो सका।

आधा दर्जन कॉलेजों में प्रॉब्लम

सभी सेंटर्स पर बीएड एंट्रेस एग्जाम मॉर्निंग आठ बजे शुरू होना था, लेकिन सेंट एंड्रूज में 10: 40 पर, ग्रीन-क्लीन कॉलेज टेढ़ी बगिया में नौ बजे, उत्तम इंस्टीट्यूट रुनकता में 9: 30 बजे और डॉ। एमपीएस कॉलेज में नौ बजे एग्जाम शुरू हो सका। सेंटर पर टाइम से पहले ही पहुंचे स्टूडेंट्स को घंटों खड़े होकर एग्जाम शुरू होने का इंतजार करना पड़ा।

स्टूडेंट्स ने किया हंगामा

एग्जाम लेट शुरू होने के चलते कई जगह स्टूडेंट्स का धैर्य जबाव दे गया। इसके चलते उन्होंने हंगामा भी किया। सेंट एंड्रूज, उत्तम इंस्टीट्यूट और ग्रीन-क्लीन कॉलेज टेढ़ी बगिया पर स्टूडेंट्स ने खूब हंगामा काटा। ग्रीन-क्लीन कॉलेज के सामने स्टूडेंट्स ने रोड जाम कर दिया तो उत्तम इंस्टीट्यूट के सामने भी स्टूडेंट्स ने रोड पर प्रदर्शन किया।

हजारों स्टूडेंट्स रहे एबसेंट

बीएड एंट्रेस एग्जाम के लिए 33 हजार स्टूडेंट्स ने एप्लाई किया था। वेडनसडे को हुए इस एग्जाम में पहली शिफ्ट में 1952 स्टूडेंट्स और सेकेंड शिफ्ट में 1965 स्टूडेंट्स एबसेंट रहे। यह एग्जाम सिटी के 63 सेंटर्स पर ऑर्गनाइज कराया गया। इसके अलावा यह यूपी के 36 सिटी में हुआ, इसे गोरखपुर यूनिवर्सिटी ने कंडक्ट कराया।

चेंज हो गए पेपर

सबसे ज्यादा परेशानी मिसमैनेजमेंट की वजह से हुई। जिस कॉलेज में जो एग्जाम पेपर पहुंचना था वह वहां न पहुंच किसी दूसरे सेंटर पर पहुंच गया। इसकी वजह से भी एग्जाम शुरू कराने में देर हो गई। कई सेंटर्स पर दूसरे सेंटर्स का एग्जाम पेपर पहुंच गया और कई जगह पेपर बंट भी गया। इस पर सिटी में यह भी खबर फैल गई कि बीएड एंट्रेंस का पेपर आउट हो गया। इस खबर पर एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारियों को भी दौडऩा पड़ा।

जाम का रहा झाम

वेडनसडे को सिटी में करीब 50 हजार की भीड़ बढ़ गई थी। स्कूल्स की भी छुट्टी नहीं थी, इसके चलते सिटी में जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही। हरिपर्वत क्रॉसिंग, बेलनगंज, वाटर वक्र्स और एमजी रोड सहित कई जगह लोगों को जाम से जूझना पड़ा। ट्रैफिक पुलिस को जाम की स्थिति पर काबू पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।

होटल्स भी रहे फुल

सिटी में बाहर से आने वाले करीब 50 हजार की भीड़ के चलते सिटी के छोटे होटल्स फुल रहे। बिजली घर, राजा की मंडी और सिटी के बीचों-बीच बने कुछ छोटे होटल्स वेडनसडे को फुल रहे।

दो शिफ्ट में हुआ एग्जाम

अभिदक्षता परीक्षण, आर्ट, कॉमर्स, और एग्रीकल्चर एग्जाम दो शिफ्ट में कराया गया। इस दौरान सब्जेक्ट के हिसाब से स्टूडेंट्स का सिटिंग अरेंजमेंट किया गया।

दिया गया एक्स्ट्रा टाइम

जिन सेंटर्स पर एग्जाम लेट शुरू हुआ वहां स्टूडेंट्स को उसी हिसाब से एक्स्ट्रा टाइम दिया गया। सेकेंड शिफ्ट के एग्जाम के लिए स्टूडेंट्स को सिर्फ आधे घंटे का टाइम दिया गया। सिटी में कुछ सेंटर्स पर शाम 5:30 बजे तक एग्जाम छूटा।

सीएम ऑफिस में कंप्लेन

बीएड एग्जाम का कंट्रोल रूम गोरखपुर यूनिवर्सिटी में बनाया गया था। इस सेंटर पर भी आगरा में हुए मिसमैनेजमेंट की कंप्लेन की गई। वहां से मिली जानकारी के अनुसार आगरा में हुए मिसमैनेजमेंट की कंप्लेन यूनिवर्सिटी की ओर से सीएम ऑफिस में भी गई गई।

सेंट जोंस में वसूले गए रुपये

सिटी के सेंट जोंस कॉलेज में बने सेंटर पर 1500 स्टूडेंट्स का एग्जाम था। कॉलेज में लॉकर रूम बनाया गया जहां पर स्टूडेंट्स के मोबाइल रखने की व्यवस्था की गई, यहां बाहर से आने वाली गल्र्स के बैग रखने की व्यवस्था भी की गई। यहां बैग या मोबाइल रखने के एवज में प्रत्येक स्टूडेंट से 10 रुपये चार्ज किए गए।

पानी के लिए रहे परेशान

सेंट जोंस कॉलेज और आगरा कॉलेज में एग्जाम देने आए स्टूडेंट्स ड्रिंकिंग वाटर के लिए भी परेशान रहे। न ही एडमिनिस्ट्रेशन और न कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने स्टूडेंट्स को होने वाली इस प्रॉब्लम की ओर कोई ध्यान दिया।

कुछ सेंटर्स पर प्रॉब्लम हुई। उसको टाइम रहते सॉल्व कर दिया गया। जहां पर प्रॉब्लम्स हुईं थीं वहां एक्स्ट्रा टाइम भी दिया गया।

लेट पेपर का गुस्सा निकला रेलवे ट्रैक पर

 बीएड एंट्रेस एग्जाम में अपीयर हुए ज्यादातर स्टूडेंट्स की आंखों में गुस्सा था। वजह थी समय से सेंटर्स पर एग्जाम स्टार्ट नहीं होना और सेंटर्स के पेपर एक्सचेंज हो जाना। कइयों ने जाहिर भी कर दिया, वहीं कुछ का गुस्सा रेलवे ट्रैक पर जा गुजरा। उन्होंने तेज रफ्तार से दिल्ली जा रही ट्रेन को रोक दिया। इसकी सूचना मिलते ही रेलवे और लोकल पुलिस के पसीने छूट गए। जैसे - तैसे स्टूडेंट्स को शांत किया गया।

ट्रेन थी श्रीधाम एक्सप्रेस

सुबह फरह स्थित उत्तम इंस्टीट्यूट में बीएड एट्रेंस एग्जाम का पेपर स्टूडेंट्स को लेट दिया गया। इस लापरवाही पर एग्जाम देने आए कुछ स्टूडेंट्स ने सेंटर पर नारेबाजी करनी शुरू कर दी। हो-हल्ला करते हुए उन्होंने लेट पेपर के लेट होने की जानकारी करनी चाही, लेकिन, उन्हें जानकारी नहीं दी गई। इस पर वह बिफर गए और एग्जाम को संभाल रहे स्टाफ से भिड़ गए। इस बीच कुछ स्टूडेंट्स ने पथराव भी कर दिया। बताया गया है कि स्टूडेंट्स को सेंटर से बाहर कर दिया गया था जिस वजह से वह रेलवे ट्रैक पर आ गए। बता दें कि इंस्टीट्यूट रेलवे ट्रैक के पीछे ही स्थित है।

हॉर्न मार हटाया उन्हें

स्टूडेंट्स को रेलवे ट्रैक पर देख दिल्ली जा रही श्रीधाम एक्सप्रेस के ड्राइवर और गार्ड के हाथ-पांव फूल गए। गार्ड ने तत्काल इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। जहां बैठे रेलवे ऑफिसर्स के पसीने छूट गए। उन्होंने इस बात की जानकारी रेलवे सेफ्टी और सिक्योरिटी ऑफिसर्स को दी। वहीं, मौके पर राजा की मंडी आरपीएफ और जीआरपी जा पहुंची। इतना ही नहीं, मामले को संभालने के लिए लोकल पुलिस का भी सहारा लिया गया।

दे मारी ईंट, डर गए पैसेंजर

स्टूडेंट्स का गुस्सा पुलिस के आ जाने के बाद भी नहीं थमा। उन्होंने ट्रेन पर पथराव भी किया। ईंट-पत्थर बरसते देख ट्रेन पैसेंजर्स में अफरा-तफरी मच गई। उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। बता दें कि उत्तम इंस्टीट्यूट के अलावा सिटी के सेंटर पर एंट्रेस एग्जाम का शोर शराब सुनाई दिया। इसे लोकल स्तर पर की गई व्यवस्थाओं की पोल खुल गई।

की तोडफ़ोड़

एग्जाम सेंटर पर हुई यह लापरवाही एक तक ही सीमित न थी। ग्रीन क्लीन कॉलेज और सेंट एंड्रूज में भी गड़बड़ी शामिल आई। बताया गया है कि ग्रीन क्लीन इंस्टीट्यूट का पेपर उत्तम इंस्टीट्यूट चला गया। वहीं, सेंट एंड्रूज में पेपर लेट पहुंचा। इस लापरवाही ने स्टूडेंट्स को आग-बबूला कर दिया। उन्होंने रेल ट्रांसपोर्ट को प्रभावित करते हुए सेंटर पर तोडफ़ोड़ भी की।

-डॉ। विनीता सिंह, बीएड कॉर्डिनेटर

जाम न लगे इसे ध्यान में रखते हुए टै्रफिक पुलिस की हर चौराहे पर ड्यूटी सेट की गई थी।

-आशुतोष पांडे, सीओ ट्रैफिक

कुछ सेंटर्स पर हंगामे की जानकारी मिली। उसको टाइम रहते हुए सॉल्व कर दिया गया।

-अरुण प्रकाश, एडीएम सिटी