आगरा(ब्यूरो)। पिछले दिनों साइबर क्राइम ठगी के मामले सामने आए हैं, जिसमें सबसे अधिक मामले वीडियो कॉल एंजाय करने के बाद ब्लैकमेलिंग के हैं। हालही में एक शिक्षक से ठगों ने 5 लाख रुपए अपने खातों में ट्रांसफर कराए थे। इस मामले में बदनामी के डर से पीडि़त परिवार ने कंप्लेन नहीं की। थानेे में पहुंचने पर पता चला कि पुलिस इस मामले में कोई खास मदद नहीं कर सकती हैं।

इस तरह करते हैं ब्लैकमेलिंग
अगर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा आपके मोबाइल पर वीडियो कॉल किया जाता है, तो वीडियो कॉल में एक अनजान लड़की नजर आती है जो अश्लील हरकतें कर रही थी। इस बीच शातिर स्क्रीन शॉर्ट सेव कर लेते हैं। मोबाइल से वीडियो कॉलिंग के दौरान का वीडियो भेजकर कहा जाता है कि जल्दी से पैसे दिए गए बैंक अकाउन्ट में डालो नहीं तो वह अश्लील वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर देंगे।

पुलिस अधिकारी बनकर वसूली
शातिर गैंग ब्लैकमेलिंग के लिए कानूनी कार्रवाई करने की धमकी भी दी गई थी। कभी पुलिस तो कभी अधिकारी बनकर ब्लैकमेल किया जाता रहा। इससे पीडि़त बताए गए अलग-अलग खातों में रकम ट्रांसफर कर देता है।

भरतपुर की मिली लोकेशन
वीडियो कॉल कर वसूली करने वाला गैंग की पुलिस ने लोकेशन राजस्थान पुलिस ने ट्रेस की है, जानकारी जुटाने के बाद पता चला कि ये गैंग राजस्थान के भरतपुर का है। यहां मेवात गैंग के लोग परिवार के साथ इस ब्लैकमेलिंग के खेल को करते हैं।

ये हैं ब्लैकमेलिंग के मास्टर माइंड
भरतपुर के राजस्थान में अनस मेव पिता अफजल मेव 25 साल निवासी मिरचुनी थाना टपूकडा तहसील तिजारा जिला अलवर राजस्थान, यूसुफ खान पिता असफाक खान 21 साल निवासी ग्राम उटाबड तहसील हथीन थाना उटावड जिला पलवल हरियाणा अभी जेल में हैं। जबकि साजिद पिता सूबेदार खान निवासी कान्हौर थाना पहारी जिला भरतपुर राजस्थान, राशिद पिता सूबेदार खान निवासी कान्हौर थाना पहारी जिला भरतपुर राजस्थान, मुस्तफा खान निवासी खेड़ली मन्ना थाना पहारी जिला भरतपुर फरार हैं।

वक्त के समय बदल रहे तरीके
-शुरूआत जामताड़ा की तरह फर्जी ओटीपी से
-ओएलएक्स पर फौजी बनकर
-रुकी इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर
-बैंकों अधिकारी बनकर
-जस्ट डायल से नंबर लेकर
-हैक कर खातों से एक साथ रकम निकाल कर
-आधार लिंक व पेंडिंग केवाईसी के नाम पर

वीडियो कॉल से ठगी को लेकर फ्रॉड के मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे लोगों को अलर्ट रहने की जरुरत है। किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा की गई कॉल को पिक न करें। एफबी पर भी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने से परहेज करें।
- सुल्तान सिंह, प्रभारी साइबर सेल

क्या है सेक्सटॉर्शन
साइबर ठग लोगों से सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग यानी सेक्सटॉर्शन से वसूली कर रहे हैं। वेबकैम, मोबाइल या वीडियो कॉल के जरिए किसी की सेक्स गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करने को सेक्सटॉर्शन कहते हैं। अब भारत में भी इसके मामले बढ़ रहे हैं। स्कूल और कॉलेज में पढऩे वाले युवा, बिजनेसमैन, पॉलिटिक्स से जुड़े लोगों को आमतौर पर इस रैकेट का शिकार बनाया जाता है।

टॉप 10 में इंडिया
पूरे देश में एक दो मामले ही ऐसे सामने आते थे, लेकिन अधिकतर लोगों पर मोबाइल और इंटरनेट की सुविधा होने के लिए अब मामले बढ़ गए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक कुछ सालों में 'सेक्सटॉर्शनÓ की घटनाएं दोगुनी से ज्यादा बढ़ी हैं। सेक्सटॉर्शन में भारत दुनिया के टॉप 10 देशों में शामिल है जबकि वियतनाम, ब्राजील और अर्जेंटीना टॉप 3 में हैं।

इन बातों का रखें खास ख्याल
- पॉर्न साइट पर सर्फिंग न करें।
- केवल सेफ वेबसाइट को ही खोलें।
- जिन वेबसाइट के यूआरएल से पहले ताला बना होता है उन साइट पर जाएं।
- लाल रंग से ताले के निशान कटे होने वाली वेबसाइट को खोलने से बचें।
- फ्र ंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले उसकी पूरी तरह से जांच कर लें।
- यदि कोई ब्लैकमेल करता है तो इसकी बेझिझक साइबर पुलिस से शिकायत करें।