जंगल का यूज कर रहा आश्रम

रेंजर देवेंद्र सिंह ने बताया कि हाइवे के नजदीक स्थित बाईपुर के जंगल में संत आसाराम आश्रम की जमीन को लेकर डाउट बना है। आश्रम की नींव लगभग डेढ़ दशक पुरानी है। आश्रम के लिए फोरेस्ट की भी कुछ जमीन को यूज किया जा रहा है। दूसरे जिलों में उनके आश्रमों की भी फोरेस्ट डिपार्टमेंट ने नापतौल की है। वहां अतिक्रमण पाया गया है। इसी के चलते आगरा का आश्रम जांच के दायरे में आ गया है।

टीम हटा रही झाडिय़ां  

आश्रम की जंगल की साइड वाली चाहरदीवारी कटीली झाडिय़ों से पूरी तरह से घिरी हुई है। विभाग इसी साइड से जमीन की पैमाइश करेगा। इसमें कोई दिक्कत न आए इसके लिए एक हफ्ते से टीम कटीली झाडिय़ों को हटाने में जुटी है।  

अधिकारी रहेंगे मौके पर

फोरेस्ट रेंजर देवेंद्र सिंह ने बताया कि जंगल के अंदर से आसाराम के आश्रम की चाहरदीवारी तक पहुंचने के लिए प्रॉपर स्पेस बनाया गया है। फोरेस्ट डिस्ट्रिक्ट मुख्यालय से डायरेक्शंस मिलने के बाद जल्द ही सब डिवीजन ऑफिसर के नेतृत्व में टीम आश्रम की पैमाइश करने के लिए पहुंचेगी।

जंगल में है गेट सैटरडे को आई नेक्स्ट की टीम बाईंपुर के जंगल में पहुंची। वहां देखा कि आसाराम आश्रम के प्रबंधन ने जंगल के अंदर एंट्री करने के लिए एक बड़ा गेट निकाल लिया है। नियमानुसार यह गेट अवैध है.