शहर में 30 किमी लंबा ट्रैक
शहर में मेट्रो ट्रैक तीस किमी लंबा होगा। प्रायोरिटी कॉरिडोर में छह किमी का ट्रैक शामिल है। इसमें तीन किमी एलीवेटेड और तीन किमी अंडरग्राउंड ट्रैक है। एलीवेटेड ट्रैक का काम पूरा हो गया है जबकि अंडरग्राउंड का चल रहा है। यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि चौथी टीबीएम आगरा पहुंच चुकी है। मेट्रो यार्ड में मशीन के उपकरणों को जोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि अंडरग्राउंड टनल में ट्रैक स्लैब की काङ्क्षस्टग कर हेड हार्डेंड रेल ट्रैक बिछाया जाएगा। सामान्य ट्रैक के मुकाबले इसकी पटरियां अधिक मजबूत होती हैं। ट्रैक की मरम्मत की अधिक जरूरत नहीं होती है। रेलवे की तुलना में मेट्रो प्रणाली में पटरियों पर गाडिय़ों का आवागमन अधिक होता है। यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि तेजी से ट्रेन की स्पीड पकडऩे और ब्रेक लगाने की स्थिति में पहियों और पटरी के बीच अधिक घर्षण होता है। इससे सामान्य रेल पटरी जल्द घिस जाती है। पटरी टूटने या फिर उसके चटकने की आशंका रहती है लेकिन हेड हार्डेंड रेल ट्रैक में ऐसा नहीं होता है।