विश्वविद्यालय परीक्षा

- एटा, मथुरा और आगरा के परीक्षा केंद्रों पर हो रही थी नकल

- बुधवार को एक लाख से ज्यादा परीक्षार्थी हुए शामिल

आगरा। डॉ। भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा में बुधवार को कई केंद्रों पर जमकर नकल हुई। सचल दलों की गाडि़यों में नोटों की गड्डियां तक फेंकी गईं। मथुरा में तो सचल दल को पुलिस-प्रशासन की मदद लेनी पड़ी।

परीक्षा प्रभारी नहीं दे पाए जवाब

प्रथम पाली में एटा के जलेसर रोड स्थित ममता डिग्री कालेज में बीएससी द्वितीय वर्ष की वनस्पति विज्ञान-2 की परीक्षा थी। सचल दल को निरीक्षण में हल किया हुआ प्रश्नपत्र मिला। सचल दल प्रभारी डॉ। युवराज सिंह, डॉ। राजेश कुशवाहा, डॉ.कौशल राना और डॉ। जयवीर सिंह ने इस प्रश्नपत्र की वीडियो बनाई। परीक्षा प्रभारी से पूछताछ की, मगर वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। सचल दल की गाड़ी में दो बार रुपये रखकर लिफाफे फेंके गए। सचल दल ने लिफाफे और रिपोर्ट परीक्षा नियंत्रक को सौंप दी। सचल दल की रिपोर्ट पर कालेज के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार से कालेज में होने वाली सभी परीक्षाओं के दौरान एक सचल दल तीनों पालियों में उपस्थित रहेगा।

अंधेरे कमरे में पास-पास बैठे थे परीक्षार्थी

मथुरा के बल्देव स्थित बौहरे नारायण सिंह आर्य महाविद्यालय में नकल की सूचना परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव को मिली। उन्होंने सचल दल प्रभारी प्रो। मनोज श्रीवास्तव से दल भेजने को कहा। डॉ। आलोक कुमार के नेतृत्व में वहां पहुंचे सचल दल ने पाया कि अंधेरे कमरों में बिना पर्याप्त फर्नीचर के परीक्षा हो रही थी। महाविद्यालय के पास पर्याप्त संसाधन नहीं थे। वहां 560 परीक्षार्थियों के लिए केंद्र बनाया गया है। परीक्षार्थी एक-दूसरे की कापी से नकल कर रहे थे। सचल दल की गाड़ी में यहां पांच सौ के नोटों की गड्डी फेंकी गई। सचल दल की रिपोर्ट पर प्रो। मनोज श्रीवास्तव ने मथुरा के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और बलदेव के थाना प्रभारी को परिस्थितियों से अवगत कराया। जिला प्रशासन के सहयोग से सचल दल ने पूरे समय वहां उपस्थित रहकर परीक्षाएं कराईं। इस कालेज को कैसे परीक्षा केंद्र बनाया गया, इसकी जांच होगी।

वर्जन

तुरंत परीक्षा केंद्र बदलने से छात्रों को असुविधा होगी, इसलिए ऐसे सभी परीक्षा केंद्रों पर सचल दल की ड्यूटी लगाई गई है, जहां नकल हुई है। जल्द ही परीक्षा केंद्र बदलने की कार्रवाई होगी।

- प्रो। आलोक राय, कुलपति