आगरा (ब्यूरो)। एडीजी राजीव कृष्ण ने जिले में मंगलवार को यातायात माह का रैली को हरी झंडा दिखाकर शुभारंभ किया था। इस दौरान ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगाई थी। कहा गया था कि लोगों को ट्रैफिक रूल्स के बारे में अवेयर किया जाएगा, लेकिन जिस जोरशोर के साथ माह का शुभारंभ हुआ, उसके दूसरे दिन ही ट्रैफिक पुलिसकर्मियों का उत्साह गायब दिखा। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने शहर के विभिन्न एरियाज का जायजा लिया। दोपहर 12 बजे करीब सिकंदरा चौराहे पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी नदारद थे। होमगार्ड दिखे, लेकिन वह भी चौराहे से दूर रहे। हाईवे के सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले इस चौराहे पर ट्रैफिक कंट्रोल करने वाला कोई नहीं था। इस सबके बीच टू-व्हीलर, फोर व्हीलर के साथ पैदल राहगीर भी खुद की जिंदगी खतरे में डाल निकलने को मजबूर थे।

एमजी रोड पर खड़े वाहन
शहर की लाइफलाइन कही जाने वाली एमजी रोड पर दोपहर करीब एक बजे वाहनों की कतार लगी थी। जाम के चलते नहीं बल्कि यहां सड़क पर पार्किंग हो रखी थी। दीवानी के गेट से लेकर भारत की प्रतिमा चौराहे तक सड़क पर वाहन खड़े थे। न तो इन वाहनों को हटाने वाला कोई था और न ही इन्हें यातायात माह के दौरान किसी ने ट्रैफिक रूल्स की जानकारी देने की जहमत उठाई। जबकि यहां से चंद कदमों की दूरी पर भगवान टॉकीज चौराहे पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी मौजूद थे। सड़क पर खड़े वाहनों के चलते जाम के हालात बन रहे थे। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन, यातायात माह में भी उनकी परेशानी को दूर करने वाला कोई नहीं था।

ग्रीन सिग्नल का इंतजार
शहर में कई जगह ट्रैफिक सिग्नल भी खराब हैं। मारुति एस्टेट चौराहा, सुभाष पार्क, नामनेर चौराहा, दीवानी चौराहा आदि स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल खराब पड़े हैं। ऐसे में यातायात माह में ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ाने का क्या असर दिखेगा, जब ट्रैफिक रूल्स का पालन कराने वाले संसाधन ही खराब पड़े हैं।



यातायात माह के तहत शहरवासियों को ट्रैफिक रूल्स के बारे में अवेयर किया जा रहा है। हेलमेट पहनने के बारे में भी वाहन चालकों से अपील है। ट्रैफिक रूल्स का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी।
अरुण चंद, एसपी ट्रैफिक, आगरा


मैं भगवान टॉकीज जा रहा था। दीवानी पर जाम लगा था। मुझे लगा ट्रैफिक अधिक है, जबकि दीवानी पर अवैध पार्किंग के चलते जाम की दिक्कत थी। यातायात माह में भी ट्रैफिक पुलिस की ओर से इस तरह की अनदेखी की जा रही है, ये गजब है।
मुकेश सिंह


शहर में जगह-जगह ट्रैफिक सिग्नल खराब पड़े हैं। जब ट्रैफिक सिग्नल खराब पड़े हैं तो ट्रैफिक रूल्स का पालन कैसे किया जाएगा। इस पर पहले विभागों को विचार करना चाहिए।
ब्रजेश शर्मा