- दोपहर में कार से पहुंची मृतक के घर, रखा रह गया पुलिस का इंतजाम

- सीओ के रोकने पर कपड़े बदल बाइक से पहुंची शोकसभा स्थल तक

आगरा। हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची के आगमन की सूचना से पुलिस प्रशासन में रविवार सुबह से ही अफरा-तफरी मची रही। सेक्टर तीन स्थित मृतक विहिप नेता अरुण माहौर के घर पर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दिया गया। उन्हें रास्ते में ही रोकने का प्लान था, लेकिन बाद में विहिप नेता के घर तक आने की मोहलत दे दी गई। साध्वी को यहां से वापस लौटना था, लेकिन वह पुलिस की आंखों में धूल झोंक बाइक से जयपुर हाउस में आयोजित शोकसभा में पहुंच गई। यहां उन्होंने प्रदेश सरकार पर जमकर कटाक्ष किए।

रात में ही आ गई थीं

हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची शनिवार रात को ही आगरा में आ गई थी। उनका विहिप नेता अरुण माहौर के घर जाना प्रस्तावित था। इस पर पुलिस ने सुबह से ही विहिप नेता के घर डेरा डाल दिया। मृतक विहिप नेता के घर की ओर जाने वाले सभी मार्ग पर फोर्स तैनात था। लेकिन, दोपहर करीब साढ़े 12 बजे पहुंची साध्वी को आवास विकास सेक्टर तीन स्थित विहिप नेता के घर तक जाने दिया गया। यहां से आगे जाने से रोकने के लिए पुलिस फोर्स मुस्तैद था।

सीओ ने रोका रास्ता

परिवार को सांत्वना देने के बाद उन्हें शोकसभा में जाना था, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। सीओ लोहामंडी राजेंद्र यादव ने साफ तौर पर उनसे मना कर दिया कि शोकसभा में जाने नहीं दिया जाएगा। जब पुलिस ने साध्वी को नहीं जाने दिया, तो वह वापस अरुण माहौर के घर में चली गई। वहां पर उन्होंने कपड़े बदल लिए। एक युवक के साथ वह बाइक पर बाहर भी आ गई। पुलिस ने रोका तो लोगों ने कहा कि यह तो परिवार के लोग हैं। पुलिस जब तक कुछ समझ पाती, तब तक वह बाइक से निकल गई। चीता मोबाइल ने उनका पीछा भी किया, लेकिन वह उन्हें नहीं रोक सकी।

भेदभाव कर रही सरकार

जयपुर हाउस स्थित शोकसभा स्थल रामलीला मैदान पहुंची साध्वी को मंच पर जगह नहीं मिलने पर बजरंगी भड़क गए। उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद साध्वी को मंच पर जगह दी गई। इधर, साध्वी के शोकसभा स्थल पहुंचने की जानकारी होते ही पुलिस अलर्ट हो गई। शोकसभा में अंत में बोलने आई साध्वी ने मंच से प्रदेश सरकार पर तीखी टिप्पणी की। हत्याकांड के मुआवजे को लेकर प्रदेश सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा कर दिया। दो समुदायों के बीच भेदभाव करने का आरोप लगाया। साथ ही मंच से कई विवादास्पद शब्द कहे। यहां से उनके हत्याकांड स्थल मीरा हुसैनी चौराहा जाने की पूरी सम्भावना थी। इसे लेकर प्रशासन की नींद उड़ गई।