- विष्णु रावत के रिश्तेदार ने पुलिस के सामने खोले हत्याकांड के राज

- सीसीटीवी फुटेज से हुई शूटर की पहचान, गिरफ्तारी को दबिश दे रही पुलिस

आगरा: प्रापर्टी डीलर की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने वाला पारस गैंग का शूटर था। नामजद आरोपित के रिश्तेदार ने पूछताछ में पुलिस को हत्याकांड के राज उगल दिए। पुलिस अब शूटरों की गिरफ्तारी को दबिश दे रही है। मुकदमे में नामजद एक आरोपित अभी फरार है। उसकी भी तलाश की जा रही है।

सदर क्षेत्र में राजेश्वर मंदिर के पास रहने वाले प्रापर्टी डीलर हरेश पचौरी की 19 दिसंबर को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में प्रापर्टी का काम करने वाले विष्णु रावत और भानु प्रताप मुदगल उर्फ बीपी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज था। पुलिस ने विष्णु रावत को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो कुछ सुराग मिले। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक किए। इनमें से एक सीसीटीवी कैमरे में शूटरों की तस्वीर मिल गई। इसमें चेहरे साफ दिख रहे हैं। इस फुटेज के आधार पर शूटर की पहचान हो गई। निबोहरा क्षेत्र का शूटर सचिन कंजा पूर्व में पारस गैंग में शामिल रहा था। वर्ष 2016 में सर्राफ पर जानलेवा हमले में भी यह पारस गैंग के शूटरों के साथ था। पुलिस अब शूटर की तलाश में दबिश दे रही है। आरोपित विष्णु रावत के एक रिश्तेदार को भी पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने घटना के बारे में पूरी जानकारी दी। पुलिस अब बीपी मुदगल और शूटर सचिन कंजा की तलाश कर रही है। दूसरे शूटर को सचिन कंजा लेकर आया था। उसके पकड़े जाने के बाद दूसरे शूटर के बारे में जानकारी हो सकेगी.एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि हत्याकांड में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। पुलिस की कई टीम दबिश दे रही हैं।

हत्या के पीछे पांच करोड़ की जमीन

पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि हरेश पचौरी की हत्या के पीछे पांच करोड़ की जमीन का विवाद है। हरेश की हत्या के बाद यह जमीन बीपी को अपनी होने की उम्मीद थी। इसीलिए उसने हत्या की साजिश रची थी। चर्चाएं हैं कि सचिन कंजा ने हत्या से पहले दस लाख रुपये एडवांस में लिए थे। काम होने के बाद जमीन में दस फीसद की हिस्सेदारी की बात तय हुई थी। पुलिस का कहना है कि हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।