- आईजी और एसएसपी ने बदमाशों के भागने के रूट का किया निरीक्षण

- बैंक में कैश कलेक्शन के समय पहुंची पुलिस टीम, एक घंटे तक हुई स्टाफ से पूछताछ

आगरा : इंडियन ओवरसीज बैंक की रोहता शाखा में हुई 57 लाख लूट में पुलिस बदमाशों के काफी करीब पहुंच गई है। पुलिस के शक की सुई लोकल गैंग के इर्द गिर्द घूम रही है। पुलिस के रडार पर 100 से ज्यादा बदमाश हैं। यह राजस्थान के अलावा आसपास के जिलों और स्थानीय गिरोहों के हैं। जोन में दस साल के दौरान बैंकों में पड़ी डकैती में शामिल एवं प्रकाश में आए बदमाशों की पुलिस कुंडली खंगाल रही है। बता दें कि ग्वालियर रोड स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक से हथियार बंद बदमाशों ने सोमवार शाम को 57 लाख रुपये लूटे थे।

जेल जाने वाले बदमाशों पर नजर

पुलिस का मानना है कि डकैती की घटना को जिस तरह से अंजाम दिया गया, वह किसी पेशेवर अपराधी का तरीका है। इसके चलते पूर्व में बैंक डकैती में जेल जाने वाले बदमाशों की कुंडली खंगाली जा रही है। पुलिस के रडार पर 100 से ज्यादा बदमाश हैं, जो कुछ समय पहले जेल से छूटे हैं। इस समय यह सभी बदमाश कहां पर हैं और क्या कर रहे हैं, पुलिस इसकी जानकारी जुटा रही है।

पूरी प्लानिंग के साथ की लूट

इंडियन ओवरसीज बैंक से मंगलवार की शाम को बदमाश 15 मिनट में 55.94 लाख रुपये लूट ले गए थे। वह बैंक में शाम को करीब 4:50 बजे कर्मचारी को चाकू की नोक पर लेकर अंदर घुसे थे। इसके बाद 5:05 बजे लूटपाट कर भाग गए थे। पुलिस को आशंका है कि बदमाश बैंक के बारे में पूरा होमवर्क करके आए थे। वह काफी समय से बैंक की रेकी कर रहे थे। बदमाशों को इस बात की जानकारी थी कि शाम करीब पौने पांच बजे बैंक में गिनती के कर्मचारी रहते हैं। बैंक का एक कर्मचारी एटीएम चेक करने जाता है। इस समय बैंक में ग्राहक नहीं होते हैं। स्टाफ भी बैंक बंद करके जल्दी से घर जाने के मूड में होता है।

धौलपुर जाने की आशंका

यही वजह रही कि बदमाशों ने बैंक कर्मचारी को एटीएम चेक करने के लिए बाहर निकलते ही अपने कब्जे में कर लिया था। 15 मिनट में डकैती डालने के बाद स्टाफ को बंद करके भाग निकले थे। बैंक से धौलपुर की दूरी काफी कम होने के चलते आशंका है कि वह वारदात के बाद उसी ओर भागे होंगे। ताकि आगरा की सीमा से बाहर निकलते ही उन पर पुलिस का दबाव कम हो जाएगा। क्योंकि पुलिस जब तक सक्रिय होकर शहर की सीमाओं को सील कर चे¨कग करेगी, तब तक वह सुरक्षित अपने ठिकाने पर पहुंच चुके होंगे।

सीसीटीवी से मिल रही लोकेशन

एक दुकान के सामने लगे सीसीटीवी कैमरों में बदमाश हाईवे से जाते दिखे। देर रात पुलिस को जानकारी हुई कि बदमाश बैंक से तीन-चार किमी सैंया की ओर चलने के बाद बाईं ओर गांव के ¨लक रोड पर मुड़ गए। यह रोड रोहता नहर पर निकलता है। इस रोड से होकर इरादत नगर, शमसाबाद और राजाखेड़ा भी पहुंचा जा सकता है। पुलिस ने देर रात पुनीत का मोबाइल इसी रोड के किनारे एक आलू के खेत से बरामद कर लिया। बदमाश मोबाइल लूटने के बाद उसे स्विच ऑफ भी नहीं कर पाए थे। पुलिस को मोबाइल ऑन ही मिला। वारदात के बाद बदमाश हड़बड़ी में थे। उन्होंने पकड़े जाने के डर से हाईवे छोड़कर ¨लक रोड का सफर किया। बदमाशों के इस रोड से रोहता नहर तक जाने की जानकारी तो मिली है। मगर, इससे आगे वे कहां तक गए? यह अभी पता नहीं चल सका है।

दिनभर करते रहे अधिकारी गश्त

बुधवार दोपहर आईजी ए सतीश गणेश और एसएसपी बबलू कुमार ने बदमाशों के भागने वाले रूट का निरीक्षण किया। उन्होंने बदमाशों के आगे भागने की संभावनाओं को देखकर आगे बढ़ने के निर्देश दिए। वहीं, कलेक्शन के समय करीब साढ़े चार बजे एसपी वेस्ट टीम के साथ बैंक पहुंचे और करीब एक घंटे तक बैंक स्टाफ से पूछताछ की। अलार्म बजवाकर देखा। बैंक के बाहर व एटीम खोलकर मुआयना की। बुधवार को भी सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग खंगाली गई। उधर, बैंक प्रबंधक की तहरीर पर थाना सदर में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज किया गया है।

वर्जन-

घटना के पर्दाफाश को क्राइम ब्रांच और सर्विलांस समेत पांच टीम लगाई गई हैं। घटना के जल्द पर्दाफाश के प्रयास किए जा रहे हैं।

- बबलू कुमार, एसएसपी

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वर्जन

बदमाश वारदात के समय गोली मारने की धमकी दे रहे थे। वे लगातार सभी कर्मचारियों को धमकाते रहे। जाने से पहले बदमाशों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। कहा था कि अगर पुलिस को हुलिया के बारे में कोई जानकारी दी तो घर में घुसकर मारेंगे। बदमाशों की भाषा और वारदात के अंदाज से वे स्थानीय ही लग रहे थे।

अनीता मीणा, बैंक मैनेजर