प्रशासन ने तैयार की बल्नरेविल लोगों की सूची

पुलिस के साथ मिलकर बनाई है ठोस स्ट्रेट्जी

आगरा। विधानसभा चुनाव में मात्र चार दिन शेष रह गए हैं। पुलिस चुनाव की सुरक्षा में व्यस्त है। ऐसे बल्नरेविल की वोटिंग कराना प्रशासन के लिए बड़ी बात है, चूंकि अशक्त वोटिंग के दौरान घर से नहीं निकल पाते। प्रशासन के लिए बल्नरेविल की वोटिंग एक टॉस्क है। इसके लिए सुरक्षा इंतजाम पुख्ता किए जा रहे हैं। इनको अधिकारियों द्वारा वॉच किया जा रहा है।

रुकावट की जानकारी कर रहे

जिला प्रशासन और पुलिस दोनों ही साथ मिलकर बल्नरेविल के कारणों को तलाश रहे हैं। वोट करने से रोकने वाले कारणों को तलाश कर उन्हें दूर करने के उपाय भी किए जा रहे हैं। पुलिस लोगों को पाबंद, जिलाबदर आदि में कार्रवाई कर रही है। क्राइम हिस्ट्री खंगाली डाली जा रही है।

सिविल एरिया में तैनात पुलिस

ऐसे में बेखौफ वोटिंग की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की बनी हुई है। लिहाजा एरिया में सिविल पुलिस तैनात किए गए हैं। पोलिंग बूथ पर कड़ी सुरक्षा रहेगी। तैनात पुलिस बल एरिया में शांति की स्थिति बनाए रखेगा। संदिग्धों पर खास नजर रखी जा रही है कि वोटरों को कोई धमका या बहका तो नहीं रहा।

पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी तय

पोलिंग सेंटर पर पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है। बल्नरेविल की वोटिंग कराना पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी है। प्रशासनिक अफसर भी तैनात किए हैं। वोटिंग के दौरान पर्यवेक्षक वॉच करेंगे कि बल्नरेविल की वोटिंग हुई या नहीं। वोटिंग न होने पर प्रशासनिक अधिकारी तुरंत उसकी जांच करेंगे। उस कारक के खिलाफ तुरंत एक्शन लिया जाएगा।

आईजी-डीआईजी रखे हैं नजर

पुलिस ऐसे मामलों में लगातार विभिन्न एरिया में नजर बनाए हुए हैं। आस पास के लोगों से जानकारी की जा रही है। आईजी व डीआईजी ने अपने व्हाट्सअप नंबर व कॉलिंग नंबर भी जारी किए हैं। इन पर कोई भी किसी भी प्रकार की चुनाव संबंधी सूचना दे सकता है। बल्नरेविल की सूचना भी नोट की जाएगी। बताने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। पुलिस पूरी तरह से विधानसभा चुनाव में सुरक्षित वोटिंग के लिए भरसक प्रयास में जुटी हुई है।