-हिम्मत और संयम दिखाया छात्रा ने, परिजनों ने दोनों को दबोचा

- समझदार लोगों के हस्तक्षेप से बचा सांप्रदायिक बवाल

कोसीकलां: तेजाब फेंकने की धमकी देकर जबरन अपने प्रेमजाल में फंसाने की जुर्रत कर रहे दो शोहदों ने जब हद पार कर इज्जत पर हाथ डालने का प्रयास किया तो छात्रा की हिम्मत जाग गई। सरेराह हरकतों से आजिज छात्रा ने फोन करके परिजनों को बुला लिया। राहगीरों से मदद मांगी। फिर क्या था, बेटी की तरफ हाथ उठाने वालों पर भीड़ टूट पड़ी। दोनों की जमकर मजामत की और पुलिस को सौंप दिए। हालांकि इस दौरान सांप्रदायिक बवाल होते-होते टल गया।

घटना शहर के सबसे व्यस्ततम मार्ग पुराना जीटी रोड का है। तालाबशाही निवासी किशोरी स्थानीय कॉलेज में 11वीं की छात्रा है। शुक्रवार को वह हर रोज की तरह स्कूल जा रही थी। तभी दो युवकों ने अश्लीलता करते हुए उसे खींचने का प्रयास किया। किशोरी ने हिम्मत दिखाते हुए लोगों से मदद मांगी और परिजनों को फोन कर बुला लिया। एकत्रित लोगों ने दोनों शोहदों को पकड़ लिया और धुनाई कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। इस दौरान वे किशोरी और परिजनों को धमकी भी देते रहे। किशोरी के भाई ने बताया कि आरोपी युवक काफी दिनों से छात्रा का पीछा कर रहे थे। जिसको लेकर वह बहुत परेशान थी। वे लोग उस पर तेजाबी हमले की भी धमकी देकर उसे अपने जाल में फंसाना चाह रहे थे। एसओ सुरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि छात्रा से छेड़छाड़ करने वाले आरोपियों अलीशेर निवासी करीमुल्लावास एवं सोहराव निवासी मनीराम वास कोसीकलां के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

हो जाता बवाल

धर्मविशेष के युवकों द्वारा छात्रा से बदतमीजी करने और उसे उठाने का प्रयास करने के मामले में सभ्रांत लोगों की समझदारी काम आ गई। उन्होंने भीड़ से बचाकर आरोपियों को पुलिस के सुपुर्द कराया और बड़ा बवाल होने से टाल दिया। यदि लोग भीड़ को नियंत्रित नहीं करते तो आरोपियों के साथ अनहोनी भी हो सकती थी। शोहदों के हमदर्द नेताओं का हुजूम: शहर की राजनीति का भी अजीब चेहरा सामने आया है। छात्रा को उठाने का प्रयास करने वाले दोनों आरोपियों को जब तक तक भीड़ थाने लेकर पहुंची, उससे पहले ही सत्ता पक्ष के लोग उनकी पैरवी में थाने पहुंच गए। मगर थानाध्यक्ष सुरेंद्र यादव के सख्त तेवरों के चलते उनके मंसूबे सफल नहीं हो सके। इसको लेकर लोगों ने भी उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई। नेता अपना सा मुंह लेकर खिसक लिए।