एक स्पॉट पर काम पूरा न होने पर भी दूसरी जगह कर दी जाती है खोदाई
बेतरतीब काम से लोगों को आवागमन में हो रही परेशानी
51 किमी सीवर का नेटवर्क बिछाया जाना है शहर में
60 प्रतिशत शहर में अभी भी नहीं है सीवर लाइन
आगरा। शहर में इस समय लगभग हर इलाके में सड़कें खोदी जा रही हैं। कहीं पाइपलाइन डालने का काम किया जा रहा है तो कहीं सीवर लाइन डालने के नाम पर खोदाई की जा रही है। खोदाई के कारण कई मार्गो को बंद कर दिया गया है। धूल सड़कों पर उड़ रही है। इसके कारण आगराइट्स को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें दूसरे मार्गो से होकर अपने गंतव्य की ओर जाना पड़ रहा है। हालात ये हैं कि निर्माणदायी संस्थाएं एक जगह काम पूरा नहीं कर पाती हैं, वहीं दूसरी जगह सड़क खुदाई का काम शुरू कर देती है। धूल के गुबार उड़ने से प्रदूषण का ग्राफ भी बढ़ रहा है।
कई जगह चल रहा सीवर लाइन डालने का काम
शहर में अमृत योजना के तहत सीवर लाइन बिछाए जाने का काम चल रहा है। कई स्थानों पर सड़क खोदाई का काम चल रहा है। इसमें कई जगह तो काम पूरा भी नहीं हो सका है, वहीं दूसरी जगह काम शुरू करा दिया है। सिकंदरा बोदला रोड पर आरओबी के पास सीवर लाइन बिछाने के लिए सड़क खोदाई का काम किया जा रहा है। शहर में अभी तक 60 प्रतिशत एरिया में सीवर लाइन का नेटवर्क नहीं है। इस बारे में यमुना प्रदूषण एक्शन प्लान के परियोजना निदेशक केजी। सिंह ने बताया कि अभी वेस्टर्न जोन में काम चल रहा है। इसे मार्च 2021 तक पूरा किया जाना है। बोदला एरिया में कई स्थानों पर खोदाई कर सड़क को सही नहीं कराया गया है। इसके अलावा पश्चिमपुरी, दहतोरा, बोदला बीधा नगर, शाहगंज के हमीद नगर में सड़क खोदी पड़ी हुई हैं। दयालबाग के जयराम बाग, 100 फुटा रोड पर तो सड़क धंस चुकी है इसके कारण मार्ग पूरी तरह से बंद हैं।
मानकों को किया जा रहा दरकिनार
- सड़क खुदाई या कंस्ट्रक्शन का काम करने के दौरान एनजीटी ने मानक तय कर रखे हैं, लेकिन खोदाई के दौरान मानकों को दरिकनार कर काम किया जा रहा है।
-खोदाई के दौरान धूल-मिट्टी नहीं उड़े, इसके लिए पानी का छिड़काव किया जाना जरुरी है, जबकि निर्माणदायी एजेंसी द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है।
-ट्रैफिक का सुगमतापूर्वक संचालन होता रहे। इसके लिए ट्रैफिक प्लान तैयार होना चाहिए
- सुरक्षा के व्यापक इंतजाम होने चाहिए।
- कार्य स्थल की बेरीकेटिंग होनी चाहिए
- हरा पर्दा लगाया जाना चाहिए।
- जो सड़क खोदी गई है, उसे दुरुस्त करने की जिम्मेदारी भी संबंधित एजेंसी की होती है।
251 किमी। लंबी सीवर लाइन बिछाई जा रही
शहर की सीवर व्यवस्था का दुरुस्त करने के लिए अमृत योजना के तहत 394.78 करोड़ की लागत से 251 किमी। लंबी लाइन बिछाए जाने का काम किया जा रहा है। इस योजना में 33.33 प्रतिशत केन्द्र सरकार, 26.67 प्रतिशत राज्य सरकार और 30 प्रतिशत स्थानीय स्तर पर खर्च करना है। इसमें एक पंपिंग स्टेशन 3.80 किमी। राइजिंग मेन भी बिछाई जाएगी।
वबाग संभाल रही 1100 किमी। की सीवेज लाइन
शहर में वबाग कंपनी 1100 किमी। सीवेज लाइन के नेटवर्क को संभाल रही है। शहर में सीवेज मैनेजमेंट पर वबाग कंपनी द्वारा 42 करोड़ 80 लाख रुपये की लागत से सीवर मैनेजमेंट को व्यवस्थित कर रही है। अभी फिलहाल नगर निगम के साथ वबाग कंपनी का करार 10 वर्ष के लिए नियत हुआ है। शहर में 7 एसटीपी प्लांट प्लांट है।
शहर के सीवरेज नेटवर्क की स्थिति पर एक नजर
सीवरेज जोन कुल नेटवर्क किमी। में
नॉर्थन जोन 108.55 किमी।
वेस्ट जोन 155.40 किमी।
साउथ जोन थर्ड 1.40 किमी।
साउथ जोन सेकेंड 63.00 किमी।
ईस्ट जोन 41.23 किमी।
ताजगंज जोन 142.04 किमी।
सेन्ट्रल जोन 70.72 किमी।
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शहर में अमृत योजना के तहत 251 किमी। सीवर लाइन बिछाने का काम चल रहा है। इसे मार्च 2021 तक पूरा किया जाना है। इस पर तेजी से काम चल रहा है। बेरीकेटिंग कर काम किया जा रहा है। काम पूरा करने के बाद उसे ठीक भी कर दिया जाता है।
केजी। सिंह परियोजना निदेशक यमुना प्रदूषण एक्शन प्लान ईकाई
वबाग द्वारा इस समय कोई सीवर लाइन नहीं बिछाई जा रही है। केवल तकरीबन 1100 किमी। की सीवर लाइन का रखरखाव किया जा रहा है। पंपिंग स्टेशन का भी रखरखाव भी शामिल है।
उमेश कुमार त्रिगुणायत प्रशासनिक अधिकारी वबाग
जो कार्यदायी संस्था सड़क खुदाई का काम करती है। सड़क को बनवाने की जिम्मेदारी भी उसी संस्था की है। देखने में आ रहा है। कि एजेंसी खुदाई करने के बाद सड़क नहीं बना रही है। उनको नोटिस दिया जाएगा।
बीएल गुप्ता चीफ इंजीनियर आगरा नगर निगम