एक दिन पहले स्कूलों में व्यवस्था दुरुस्त
स्कूलों में गर्मी की छुट्टी खत्म होने का प्रबंधन की ओर से मैसेज पेरेंट्स के मोबाइल फोन पर सेंड किया गया, इस मैसेज को देखने के बाद बच्चे और उनके पेरेंट्स ने स्कूल जाने की तैयारी शुरू कर दी। तीन जुलाई सोमवार से स्कूल खोले जा रहे हैं। 42 दिन स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों की घोषणा की गई थी। इससे पहले 26 जून को स्कूल खोले जाने थे, लेकिन शासन से आदेश आने के बाद छुट्टियों को दो जुलाई तब बढ़ा दिया गया। इससे दूर-दराज पेरेंट्स के साथ घूमने गए बच्चों को राहत मिली। तीन जुलाई को स्कूल खोलने से पहले रविवार को सफाई व्यवस्था को बेहतर किया गया, जिससे स्कूल आने वाले बच्चों को किसी प्रकार की समस्या न हो। व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया है।

बच्चों ने संभाला स्कूल बैग
रविवार बच्चों के पेरेंट्स ने बैग के साथ पानी की बोतल, लंच बॉक्स बैग में पैक किया तो वहीं बच्चों के पेरेंट्स ने उनके स्कूल आने जाने वाली वैन संचालक से बात की और समय पर बच्चों को ले जाने की हिदायत दी। बच्चों ने भी कमरे और अलमारी में रखी बुक्स को अपने बैग में रखा।

स्कूल जाने का दिखा क्रेज
गर्मी की लंबी छुट्टी बिताने के बाद बच्चे टीवी देखकर बोर हो गए थे, सिकंदरा में रहने वाले पुनीत ने बताया कि इस बार गर्मी की छुट्टियों वे मंसूरी घूमने गए थे, इस दौरान बच्चों ने अपने पेंडिंग स्कूल कार्य स्कूल जाने से एक दिन पहले पूरा कर लिया। सोमवार को स्कूल जाने की खबर पर बच्चों में जोश और उत्साह नजर आया।

सीबीएसई स्कूल-113
आईसीएससीई स्कूल-18
माध्यमिक स्कूल- 485


स्कूल खोलने को लेकर सभी पेरेंट्स को स्कूल की ओर से मैसेज सेंड किया गया है।
जिससे वे अपनी तैयारी कर लें। एक दिन पहले सफाई व्यवस्था को बेहतर किया गया है।
दिनेश कुमार, डीआईओएस


स्कूल खुलने से एक दिन पहले सभी सफाई की गई है। गर्मी की लंबी छुट्टियों के बाद स्कूल खोले जा रहे हैं। बच्चों की सुविधा का खास ध्यान रखा गया है। सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली गई हैं।
डॉ। सुशील गुप्ता, अध्यक्ष अप्सा


बैग और डे्रस की तैयारी
स्कूल से मोबाइल फोन पर मैसेज एक सप्ताह पहले सेंड किया गया था, जिसको देखने के बाद भी बच्चों के स्कूल बैग को पैक कर उनकी ड्रेस को प्रेस किया, जिससे वे स्कूल जा सकें।
रेनू वर्मा, पेरेंट्स


मोबाइल फोन पर स्कूल से मैसेज आने के बाद बच्चों की ड्रेस को तैयार किया है, वहीं बुक्स भी कमरेे में इधर-उधर पड़ी थीं, उनको व्यवस्थित किया गया है।
रानी, पेरेंट्स