- अधिकतर धुआं जांच केंद्र नहीं किए जा सके हैं अपडेट

- जांच के नाम पर होती है बस रस्म अदायगी, मशीनें भी पूरी नहीं

आगरा। शहर में धुआं जांच केंद्र पर सिर्फ औपचारिकताएं पूरी की जा रहीं हैं। बिना वाहन को स्टार्ट कराए ही धुआं की जांच कर दी जाती है और सर्टिफिकेट थमा दिया जाता है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के स्टिंग में इसका खुलासा हुआ साथ ही कई अन्य खामियां भी सामने आई।

रिपोर्टर: बाइक की जांच करानी है।

संचालक: हो जाएगी।

रिपोर्टर: कितने पैसे लगेंगे।

संचालक: 80 रुपये

रिपोर्टर: 40 रुपये लगते हैं। क्या ये सíटफिकेट ऑनलाइन होगा। कोई दिक्कत तो नहीं है।

संचालक: कोई जवाब नहीं दे सके। इस दौरान पहुंची एक कार के साइलेंसर में पाइप डाल दिया गया।

रिपोर्टर: तुमने कार को स्टार्ट तो कराया नहीं है। ऐसे कैसे पता लगेगा?

संचालक: अभी थोड़ी देर बाद स्टार्ट होगी।

जांच केंद्र बीएस-3 के बाद अपडेट नहीं

शहर में 43 जांच केंद्रों में से 27 संचालित हो रहे हैं। इनमें भी कुछ बीएस-3 तो कुछ बीएस-4 के मानक के अनुसार हैं। जबकि देश में एक अप्रैल 2020 से बीएस-6 लागू हो चुका है। उसके बाद भी ये ऑनलाइन अपडेट नहीं हो सके हैं। ज्यादातर सेंटर पुराने ढर्रे से ही धुआं जांच का सíटफिकेट जारी कर रहे हैं। बड़ा सवाल ये है कि जब नए ट्रैफिक रूल्स का इतनी कड़ाई से पालन कराया जाता है, तो जिम्मेदार इन सेंटर्स की ओर क्यों ध्यान नहीं देते हैं।

दो मिनट में जांच, जमकर वसूली

धुआं जांच केंद्रों पर फोर व्हीलर हो या टू व्हीलर सभी की जांच दो मिनट में निपटाई जा रही है। इसका एक नजारा शनिवार को प्रतापपुरा स्थित धुआं जांच केंद्र पर देखने को मिला, जब एक कार की जांच चंद मिनटों में निपटा दी गई। नियमानुसार जब भी किसी व्हीकल्स के धुआं प्रदूषक मानक की जांच की जाती है, तो उसको स्टार्ट किया जाता है। तीन बार एक्सीलेटर बढ़ाकर सेंसर से प्रदूषण की जांच की जाती है। लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला। नियमानुसार टू व्हीलर के 30 रुपये और फोर व्हीलर के 50 रुपये निर्धारित हैं, लेकिन धुआं जांच केंद्र संचालक मनमाने तरीके से 100-150 रुपये तक वसूलते हैं। सूत्रों की मानें तो कई सेंटर पर तो जरूरी उपकरण तक नहीं है। वे तो कागजों में ही संचालित हो रहे हैं। इसमें बीएस-6 के तहत सेंटर ऑनलाइन अपडेट नहीं हैं। इसमें ऑनलाइन करवाने में 85 से एक लाख रुपये तक का खर्चा आ रहा है। इस कारण कई संचालकों ने ऑनलाइन अपडेट कराने की जहमत नहीं उठाई है।

- कुल धुआं जांच केंद्र: 43

- शहर में संचालित हो रहे प्रदूषण केंद्र: 27

ये खामियां आई सामने

- ज्यादातर सेंटर्स ऑनलाइन अपडेटेड नहीं है।

- जो मशीन है, वो यूरो-3 के समय की अपडेट नहीं है।

- सेंटर्स किसी के नाम है, तो संचालन कोई और कर रहा है।

- कोई रजिस्टर भी मेंटेन नहीं किया जा रहा था।

- कुछ सेंटर पर तो जरूरी उपकरण यूरो-4 की मशीन, कैमरा, अपडेटेड एनलाइजर मशीन, नेट कनेक्टिविटी देखने को नहीं मिले।

- शिकायत रजिस्टर भी उपलब्ध नहीं था।

- बिना वाहन स्टार्ट किए जांच की जा रही थी।

धुआं प्रदूषण जांच केंद्रों पर निर्धारित शुल्क

टू व्हीलर: 30 रुपये

फोर व्हीलर: 50 रुपये

वसूले जा रहे: 100 से 150 रुपये।

शहर में 43 धुआं जांच केंद्र हैं। ये ऑनलाइन है। इसमें 30 से 50 रुपये रेट निर्धारित है। समय-समय पर इनका निरीक्षण किया जाता है। इस समय बीएस-6 लागू है। अगर कहीं कोई दिक्कत है, तो उसे दिखवा लिया जाएगा।

एके सिंह, एआरटीओ प्रशासन