- भगवान टॉकीज पर महानगर बसों का किया चालान

- डिपो पर बैठक लेकर पूछी परेशानी, पार्किंग होगी चिन्हित

आगरा। सिटी में जाम की स्थिति जस की तस बनी हुई है। ट्रैफिक पुलिस ने कई बार इस मामले में कार्रवाई की है। फिर भी हालत में सुधार नहीं है। इसको लेकर एसपी ट्रैफिक डॉ। एसपी सिंह ने रोडवेज कर्मियों के साथ डिपो में बैठक रख उनकी परेशानी पूछी और निराकरण भी किया।

चौराहे को किया अतिक्रमण मुक्त

फाउंड्री नगर डिपो में गुरुवार की सुबह साढ़े नौ बजे बैठक शुरू हुई थी। बैठक में बसों के चालक व परिचालक मौजूद रहे। एसपी ट्रैफिक के मुताबिक चालकों से परेशानी को लेकर बात की गई। साथ ही उनके लिए पार्किंग व्यवस्था की बात भी की गई। पुराने पार्किंग स्थल जहां पर अतिक्रमण हो गया हैं को खाली कराया जाएगा। साथ ही नए पार्किंग स्थल चिह्नित किए जाएंगे।

एक हफ्ते का दिया गया समय

एसपी ट्रैफिक ने भगवान टॉकीज फ्लाई ओवर के नीचे फैले अतिक्रमण को खाली करा दिया है। यहां पर सिटी बसों के लिए पार्किंग बनाई गई है। यहां पर कैंट, रोहता आदि जाने वाली सिटी बसें खड़ी होंगी। हर पांच मिनट में एक बस यहां से निकलेगी। चालकों भी निर्देशित किया गया है कि इसका पालन करें। एक हफ्ते में निर्देश का पालन किया जाए नहीं तो कार्रवाई की जाएगी।

निर्धारित स्टॉपेज पर रुके बसें

सिटी में बसों की स्थिति बैठक में निर्देश दिए गए हैं कि निर्धारित स्थान पर ही बसों को रोके। अभी तक सिटी बस चालक कहीं भी बस को रोक देते थे इससे जाम की स्थिति बन जाती है साथ ही दुर्घटना के हालात भी बन जाते हैं। चालकों को निर्देशित किया गया है कि स्टॉप पर ही बस रोकी जाए।

लोहामंडी को किया वन-वे

एसपी ट्रैफिक ने लोहामंडी चौराहे को वन-वे कर दिया। यह नियम सिर्फ ऑटो के लिए किया गया है। सेंट जोन्स से लोहामंडी जाने वाले ऑटो सीधे नौबस्ता, बोदला के लिए चौराहे से टर्न लेंगे। चौराहे पर किसी ऑटो को रुकने नहीं दिया जाएगा। तोता के ताल से आने वाले ऑटो पानी की टंकी के पास तक आएंगे। इन ऑटो को चौराहे पर आने नहीं दिया जाएगा।

कर्मचारियों को दिए निर्देश

एसपी ट्रैफिक ने ट्रैफिक कर्मियों को दिशा निर्देश दिए हैं। आचार संहिता के बार पुलिस ने चालान व समन शुल्क की कार्रवाई में तेजी की है। रोज गाडि़यों से हूटर, नीली बत्ती, काली फिल्म उतारी जा रही है। चालान भी किए जा रहे हैं। टै्रफिक कर्मियों को निर्देशित किया गया है कि इस कार्रवाई में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए।