पुलिस मामले में दिखा रही शिथिलता

लगातार न्यू आगरा क्षेत्र में हो रही घटना

आगरा। वह न तो दिनदहाड़े लूटकर भागते हैं और न ही तमंचा लहराते हैं। उनका लूटने का तरीका ऐसा है कि कोई भी सुनकर हैरान हो जाए। शातिर शिकार को ही दोषी ठहरा कर उसकी जेब पर हाथ साफ कर देते हैं। थाना न्यू आगरा क्षेत्र में शातिर टोका गैंग ने चौथी वारदात को अंजाम दिया। पिछली बार की तरह ही इस बार भी पुलिस ने इस हल्के में लिया। मामले को रफा-दफा कर दिया।

ऐसे देते हैं वारदात को अंजाम

अगर आप रास्ते में चल रहे हैं, अचानक आपके पास कोई आकर झगड़ने लग जाए। कहने लगे कि आप उसे टक्कर मार कर आए हैं, तो आप चौकन्ने हो जाएं। आप के साथ कोई अप्रिय घटना होने वाली है। ये गैंग ऐसे ही काम करता है। बीच रास्ते गाड़ी से पीछा कर लोगों को रोक लिया जाता है। शोर मचाकर भीड़ जुटा लेते हैं। झगड़ा कर भीड़ को भी विश्वास दिला देते हैं। हाथापाई व मारपीट शुरू कर देते हैं। मौका पाते ही शिकार की जेब में हाथ डाल देते हैं। रुपये, मोबाइल लेकर चलते बनते हैं।

लड़की को भी कर रखा है शामिल

गैंग में दो युवक जो दो बाइकों से तो कभी एक ही गाड़ी से आते हैं। गैंग की तीसरी सदस्य शिकार के स्टॉप प्वाइंट पर खड़ी रहती है। गैंग में शामिल एक लड़की शिकार से झगड़ने लगती है और फिर युवक शिकार पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए मारपीट करने लगते हैं। ऐसे में मौके पर जुटने वाली भीड़ भी मामला छेड़छाड़ का समझ कर पीडि़त को ही दोषी मान बैठती है और शातिरों के साथ हो लेती है।

पहले टोका, फिर लूटा

जगनपुर, न्यू आगरा निवासी प्रताप सिंह पुत्र साहब सिंह आरबीएस कॉलेज में इंटर का छात्र है। बहन छाया दयालबाग एजुकेशन इंस्टीट्यूट में बीए की छात्रा है। प्रताप 13 अगस्त को सुबह साढ़े 10 बजे बहन को कॉलेज छोड़ने एक्टिवा से गया था। यहां से लौट रहा था। रास्ते में स्कूटी सवार युवकों ने आते ही कहा कि क्यों टक्कर मार कर आया है। प्रताप कुछ समझ पाता, इससे पहले ही दूसरे युवक ने उसके गाल पर तमाचा जड़ दिया। खींचतान कर उसकी पैंट की जेब में रखे 12 हजार रुपये निकाल लिए। प्रताप ने युवकों का पीछा भी किया, लेकिन वह वहां से भाग निकले। प्रताप थाना न्यू आगरा पहुंचा, लेकिन वहां से यह बोल कर भगा दिया कि उसका नाम-पता लिख कर दो जिसने रुपये निकाले हैं। इसके बाद पीडि़त पुलिस के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।