कानपुर(ब्यूरो)। अगर आप किसी अनजान व्यक्ति को हेल्प के लिए कॉल या मैसेज आदि करने के लिए फोन देते हैं तो आप मुसीबत में पड़ सकते हैं। फोन से आपके यूएसएसडी कोड को जानकर सामने वाला व्यक्ति आपकी सभी कॉल्स और मैसेज को रिसीव कर सकता है। ओटीपी या अन्य किसी जरिए से आपका खाता खाली करने के साथ साथ आपकी काल्स को रिसीव करके आपको परेशान भी कर सकता है। इसलिए रास्ते में कभी भी किसी अनजान को अपना फोन मत दें। यह बातें मंडे को डीपीएस बर्रा में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित साइबर क्राइम वर्कशाप साइबर सेल (क्राइम ब्रांच) के पवन कुमार सिंह ने बताई। यहां क्लास 9 से 12 तक के स्टूडेंट्स के लिए आयोजित वर्कशाप में स्टूडेंट्स और टीचर्स को अवेयर करने के साथ साथ उनके क्वेश्चंस के आंसर भी दिए गए।

अवेयर होना जरुरी
साइबर क्राइम से बचाव के लिए हमारा अवेयर होना सबसे ज्यादा जरूरी है। क्रिमिनल हमसे ही हमारे बारे में अहम सूचनाएं लेकर परेशानी में डाल सकता है। यदि हम साइबर क्रिमिनल्स के हथकंडों को लेकर सतर्क रहेंगे तो इससे हम तो बच सकते हैं। किसी भी फोन काल, मैसेज या सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी प्राइवेट बातों को शेयर न करें तभी बेहतर है। वहीं किसी प्रकार के लालच में आएं। सोशल मीडिया पर अक्सर क्रिमिनल्स लॉटरी, गिफ्ट, फ्री जैसे ऑफर का जाल फेंककर वारदात को अंजाम देते हैं।

टू स्टेप वेरिफिकेशन को रखे ऑन
सोशल मीडिया अकाउंट के टू स्टेप वेरीफिकेशन को इनेबल करने के लिए कहा इससे कोई भी आपका अकाउंट हैक नहीं कर सकता अगर कोई ऐसा करने का प्रयास भी करता है तो आपके पास अलर्ट मैसेज आ जाएगा। व्हाट्सएप में इस फीचर को टू स्टेप वेरिफिकेशन के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा फेसबुक और इंस्टाग्राम पर इसे टू फैक्टर वेरिफिकेशन के नाम से जानते हैं। यदि आपने अभी तक अपने अकाउंट में इस फीचर को आन नहीं किया है तो तत्काल कर दें।

लालच में पड़े तो ठगे जाओगे
साइबर क्राइम के नए-नए तरीकों पर चर्चा करते हुए साइबर सेल के मुकेश कुमार शुक्ला ने बताया कि इस दुनिया में फ्री में कुछ भी नहीं मिलता है। केबीसी की लाटरी की किसी अन्य झांसे में लेकर यदि कोई भी आपको फ्री में कुछ दे रहा है तो अलर्ट हो जाएं वह आपको ठगने के लिए जाल बिछा रहा है। ठग आपको केवाईसी अपडेट करने और लोन लेने का ऑफर आपको देने लगता है। यह सभी साइबर फ्र्रॉड के नए तरीके हैं, जिनको लोग समझ नहीं पाते और साइबर ठगों के जाल में फंस जाते हैं। आज के समय में लोन एप से बिना पेपर्स के लोन देकर भी लोग फंसाने काम कर रहे हैं।

आधार में बायोमैट्रिक पेमेंट को रखें बंद
स्टूडेंट्स को बताया कि आज के समय में एक बार दस हजार रुपए को आप आधार कार्ड के जरिए थंब लगाकर निकाल सकते हैं। ऐसे में आपको थंब का क्लोन बनाकर पैसा निकाला जा रहा है। इससे बचने के लिए आपको यूआईडीएआई के पोर्टल पर जाकर बायोमैट्रिक पेमेंट को बंद कर देना है। ऐसा करने से थंब से पैसा नहीं निकल सकेगा।

वर्कशाप लेने वाली टीम
डीपीएस बर्रा में वर्कशाप लेने वालों में (साइबर सेल क्राइम ब्रांच) से कांस्टेबल मुकेश कुमार शुक्ला, पवन कुमार सिंह और मनोरमा थे।