आगरा। ताजनगरी में इस वर्ष दिसंबर में साहित्य की अविरल धारा बहेगी। चौथा ताज लिटरेचर फेस्टीवल का आयोजन 15 से 17 दिसंबर को किया जाएगा। फेस्टीवल को जन-जन तक पहुंचाने के प्रयास अभी से शुरू किए जाएंगे। शनिवार को होटल क्लार्क शीराज में ताज लिटरेचर फेस्टीवल के कार्यालय का शुभारंभ डीएलसी लेबर पीके सिंह ने किया।

साहित्य समाज का दर्पण

मुख्य अतिथि पीके सिंह ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है। साहित्य के उत्थान और जनमानस को जोड़ने की ओर कार्य किया जाना आवश्यक है। इस अवसर पर ताज लिटरेचल फेस्टीवल के निदेशक हरविजय वाहिया और सीए अशोक जैन ने बताया कि इस चतुर्थ उत्सव की रूप रेखा जल्द ही निर्धारित की जाएगी। संगीत, कला, साहित्य और संस्कृति को समर्थित संस्था ताज लिटरेचर फेस्टीवल का चौथा सीजन कई मायनों में ऐतिहासिक होगा। तीन दिवसीय आयोजन के लिए होटल क्लार्क शीराज द्वारा पहले की तरह अपना सहयोग प्रदान करके साहित्य के प्रति अपना समर्पण दर्शाया गया है। युवा पीढ़ी को सूर, मीर और नजीर की धरा पर साहित्य से जोड़ा जाएगा और उसके मूल्यों से अवगत कराया जाएगा।

ब्रज साहित्योत्सव भी होंगे

समिति निदेशक रूपक गुप्ता ने बताया कि ताज लिटरेचर फेस्टीवल के अंतर्गत ही ब्रज साहित्योत्सव भी आगामी अगस्त-सितंबर में कराए जाने का प्रस्ताव है। ताज लिटरेचर फेस्टीवल के बोर्ड में हरविजय सिंह वाहिया, अशोक जैन, पूरन डाबर, अतुल जैन, रूपक गुप्ता, कपिल देव, हेमा मालिनी, डॉ। सीपी राय आदि हैं। वहीं समिति के सदस्यों में डॉ। रंजना बंसल, संदेश जैन, राजेश गोयल, राशि गोयल, वत्सला प्रभाकर, एमपी सिंह, साहिल फौजदार, राम मोहन कपूर, अतुल बंसल आदि मौजूद हैं।

बड़े लेखक रहे हैं हिस्सा

समिति निदेशक पूरन डाबर ने बताया कि ताज लिटरेचर फेस्टीवल में समिति ने 2012-13 से प्रबुद्ध साहित्य को विश्व पटल पर फिर स्थापित करने के लिए प्रयासरत है। फेस्टीवल में चोटी के साहित्यकारों का जमावड़ा लगा है। इनमें रघु राय, पवन वर्मा, शोभा डे, फारुख शेख, शबाना आजमी, जावेद अख्तर, एमजे अकबर, कबीर बेदी, शत्रुघ्न सिन्हा, विद्या बालन जैसी शख्सियत शामिल है।