MATHURA (14 May): पौराणिक स्थल बंशीवट में पेड़ कटान को लेकर सांसद हेमामालिनी द्वारा प्रधानपति को सार्वजनिक रूप से फटकारने का मामला शनिवार को गरमा गया। प्रधानपति ने सांसद हेमा के खिलाफ थाने में तहरीर दी। तहरीर में सांसद हेमा पर अपमानजनक श?द कहकर बेइज्जत करने आरोप लगाया गया है।

सांसद का फूंका पुतला

इस घटना से प्रधान के पति ने खुद को सदमे में बताया है। बाद में तहसील के सामने सांसद हेमामालिनी का पुतला भी फूंका गया। गौरतलब है कि शुक्रवार को भाजपा सांसद हेमामालिनी ने पार्टी नेताओं के साथ मांट मूला ग्राम पंचायत के गांव छाहरी के बंशीवट धाम का भ्रमण किया था। प्रधान भगवती देवी के पति भगवान सिंह ने तहरीर में बताया कि भाजपा के कुछ लोग उनके पास आए और उन्हें वंशीवट धाम में ले गए। वहां सांसद हेमामालिनी ने अभद्रता की, अपमानजनक शब्द बोलकर काफी लोगों की मौजूदगी में अपमानित किया। इस घटना से मान-सम्मान को ठेस लगी है। शु्क्रवार की घटना से उसे सदमा लगा है। प्रधान,पति भगवान सिंह ने सांसद हेमामालिनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की गुजारिश की है।

अस्पताल में भर्ती

इधर, दोपहर को भगवान सिंह और अन्य लोगों ने मांट तहसील के सामने भाजपा सांसद का पुतला फूंका। सांसद के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। दोपहर में भगवान सिंह की तबियत बिगड गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों का कहना है कि शुक्रवार की घटना को लेकर उन्हें गहरा सदमा लग गया है। दरअसल, बंशीवट धाम में पौराणिक महत्व के तमाम वृक्ष हैं। इन पेड़ों को काटा जा रहा है। सांसद हेमा को कुछ दिन पहले दिल्ली में जानकारी मिली थी कि इन पेड़ों को काटा जा रहा है। उन्होंने एसएसपी से कहकर पेड़ कटान रुकवाने को कहा था। पुलिस ने पेड़ कटान रुकवा भी दिया था। शुक्रवार को सांसद नौहझील के खानपुर में एक सभा करने के बाद मथुरा लौट रही थीं। इस दौरान वे बंशीवट धाम भी गई। यहां पर ही उन्होंने अपनी कार में बैठे-बैठे ही प्रधानपति भगवान सिंह को बुलाकर फटकारा था। कहा था कि तुम्हारे गांव में पेड काटे जा रहे हैं,तुम क्या कर रहे हो। तुमने रोका क्यों नहीं। अब ये पेड़ नहीं कटने चाहिए। प्रधानपति भगवान सिंह ने इसी घटना को लेकर शनिवार को सांसद के खिलाफ थाने में तहरीर दी। शनिवार देर शाम तक थाना मांट पुलिस ने सांसद हेमामालिनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया था।

पुलिस ने शुरू की जांच

थाना मांट के एसओ दुर्गेश कुमार का कहना है कि अभी मामले की जांच की जा रही है। सांसद के खिलाफ तहरीर देने की जानकारी मिलते ही स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं में भी खलबली मच गई। कुछ कार्यकर्ता मांट थाने भी पहुंचे, तहरीर की जानकारी ली। इस बाबत सांसद से संपर्क नहीं हो पाया है। भाजपा नेता भी इस मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।

क्या प्रधानपति चलाते हैं गांव?

इन सब मामलों में कुछ सवाल सामने आए हैं, कि क्या प्रधानपति द्वारा गांव में पंचायत का संचालन किया जाता है। ग्राम प्रधान महज अपने पति के हाथों की कठपुतली हैं। गौरतलब है कि प्रशासनिक अधिकारियों ने सख्त निर्देश दिए थे, कि प्रधानपति पंचायत सभा के कार्यो से दूर रहेंगे। ऐसे में सांसद हेमा मालिनी द्वारा प्रधानपति को पेड़ कटान के लिए सचेत करना एक साजिश नजर आ रहा है।