आगरा। टोकन सिस्टम लागू होने से रजिस्ट्री कार्यालय में होने वाली धक्का-मुक्की से छुटकारा मिल सकेगा। अब भीड़ भी जमा नहीं होने पाएगी। पहले बैनामा को पहुंचने वाले व्यक्ति से डॉक्यूमेंट जमा करा लिए जाते हैं। इसके बाद टोकन के हिसाब से उन्हें बुलाया जा रहा है। इस बारे में एआईजी स्टांप एसके सिंह ने बताया कि टोकन सिस्टम लागू कर दिया गया है। इसके लिए पीएएस (पब्लिक एड्रेस सिस्टम) से तीन बार टोकन नंबर की आवाज लगाई जाती है। वो नंबर डिसप्ले पर शो होता है। हालांकि भीड़ पहले की अपेक्षा कम हुई है। लेकिन लोगों में जागरूकता न होने की वजह से गुरुवार को भी रजिस्ट्री कार्यालय में भी लोग खड़े नजर आए।

ये होगा लाभ
- टोकन सिस्टम लागू होने से भीड़ नहीं हो सकेगी।
- बैनामा कराने पहुंचने वाले लोगों को रजिस्ट्री को इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
- टोकन देकर रजिस्ट्री का लगभग अनुमानित समय पहले ही बता दिया जाएगा।
- कोविड प्रोटोकॉल का प्रॉपर तरीके से पालन हो सकेगा।
- सभी का नंबर गेट के सामने लगे डिसप्ले पर प्रदर्शित होगा।

लगाए जा रहे सीसीटीवी कैमरे
एआईजी स्टांप एसके सिंह ने बताया कि जिले के सभी 10 कार्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। अभी तक सदर स्थित रजिस्ट्री कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। अभी यहां चार कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा खेरागढ़, किरावली, फतेहाबाद, बाह रजिस्ट्री कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। एआईजी स्टांप ने बताया कि पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी। सीसीटीवी कैमरों से कार्यालय की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रहेगी।

प्रेरणा से भी हो सकेगी ऑनलाइन रजिस्ट्री
ई- रजिस्ट्री के लिए प्रेरणा पोर्टल से रजिस्ट्री कर सकेंगे। इसके लिए स्टाम्प रजिस्ट्री विभाग की वेबसाइट पर जाकर लॉगिन करना होगा। इसमें उपलब्ध ऑप्शन में कुछ महत्वपूर्ण सूचनाएं भरने के बाद आवेदक को निश्चित तारीख और समय मिल सकेगा। इसके बाद आपको निश्चित तिथि पर कार्यालय पर पहुंचना होगा। इस दौरान आवेदक को अपना खसरा, खतौनी की नकल आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ प्रस्तुत करने होंगे। इसके बाद आपको गवाहों के हस्ताक्षर कराने होंगे। ये काम पूरा होने के बाद आपको एक कॉपी मिल जाएगी।

रजिस्ट्री से प्राप्त रेवेन्यू
वर्ष 2019
201 करोड़

वर्ष 2020
116 करोड़

वर्ष 2021
52 करोड़


वर्ष 2022
98 करोड़

जिले मेें हैं 10 रजिस्ट्री कार्यालय
- सदर
- प्रथम
- द्वितीय
- तृतीय
- चतुर्थ
-पंचम
- किरावली
- एत्मादपुर
- खेरागढ़
- बाह
-फतेहाबाद

मैनुअल की बजाय ई-स्टांप पर जोर
मैनुअल स्टांप खत्म होने पर ई- स्टांप व्यवस्था पूरी तरीके से लागू की जाएगी। आगे से नए स्टांप की छपाई का काम नहीं होगा। ट्रेजरी से ई- स्टांप खत्म होने के बाद लोग अपनी संपत्ति की रजिस्ट्री ई स्टांप के तहत कर सकेंगे। इस बारे में एआईजी स्टांप एसके सिंह ने बताया कि अभी दोनों तरीके से रजिस्ट्री जा रही है। इसमें मैनुअल और ई-स्टांप रजिस्ट्री भी शामिल है। लेकिन अब ज्यादातर ई-स्टांप का ही प्रयोग किया जा रहा है।

टोकन सिस्टम लागू कर दिया गया है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

एसके सिंह, एआईजी स्टांप