आगरा(ब्यूरो)। फोन की घंटी घनघनाई आस्था की पत्नी ने फोन पिक किया और उधर से जो कहा गया उसे सुनकर वह दंग रह गया मानो उसकी पूरी दुनिया ही उजड़ गई वह खुद को संभालने की कोशिश करती उससे पहले चीखती हुई जमीन पर धम्म से गिर पड़ी और बेहोश हो गई। बेटियों ने मां को जैसे-तैसे होश में लाने की कोशिश की। बदहवास सी आस्था ने बेटियों को पिता के साथ हुई घटना की जानकारी दी। बेटियों ने जैसी ही सुना तो सिसकती हुई आवाज में बोली- सब झूठ बोल रहे हैं, मेरे पापा आएंगे। अभी तो आने की कहकर गए हैं और फिर पापा कुछ दिनों बाद मेरा बर्थडे है तो उसके लिए वह स्पेशल गिफ्ट भी लाएंगे। इतना कहते ही उनकी दोनों बेटियां रो पड़ी। इसके बाद उन्होंने शास्त्रीपुरम निवासी अपने ताऊ यानि अंजय के बड़े भाई संजय सुराना को कॉल किया और घटना के बारे में बताया। मौत की पुष्टि होते ही परिवार में कोहराम मच गया।

चौकी प्रभारी ने दी जानकारी
दुर्घटना के बाद हाइवे पर जाम के हालात पैदा हो गए, पुलिस ने बमुश्किल भीड़ को मौके से हटाया। वहीं हाईवे पर हादसे के बाद ट्रांसपोर्ट नगर चौकी प्रभारी अमित धामा ने मौके से बरामद मोबाइल फोन से अंजय की पत्नी आस्था सुराना को कॉल किया, जिसमेें उन्होंने तत्काल इमरजेंसी पहुंचने की बात कही, ये सुनकर पत्नी आस्थ बेहोश हो गई,वहीं जब परिवार को घटना की जानकारी हुई तो घर में कोहराम मच गया।

टक्कर लगी तो ट्रॉला में घुसी एक्टिवा
खंदारी चर्च रोड स्थित व्हाइट फ्लैट नंबर 301 में रहने वाले अंजय सुराना चांदी कारोबारी हैं। वे अपनी पत्नी आस्था सुराना, बेटी आरुषि सुराना(15), आशवी सुराना(17) वर्ष के साथ रहते थे। मंगलवार सुबह दस बजे अपनी एक्टिवा से तगादा करने जा रहे थे, रास्ते में आईएसबीटी फ्लाईओवर पर एक अज्ञात वाहन ने उनको पीछे से टक्कर मार दी। इससे वह हाईवे पर चल रहे ट्रॉला के पीछे वाले टायर की चपेट में आ गए।

600 मीटर घसीट ले गया ट्रॉला
आईएसबीटी फ्लाईओवर के ऊपर ट्रॉला की टायर की चपेट में आने से अंजय की एक्टिवा ट्रॉला के पीछे वाले टायर में फंस गई। इससे वे एक्टिवा समेत हाईवे पर छह सौ मीटर की दूरी तक घसीटते चले गए। इसी बीच नजारा देख रहे राहगीरों ने ट्रॉला चालक को रोकने का इशारा किया, जब चालक को घटना की जानकारी हुई तो वह हड़बड़ा गया और वहीं पर ट्रॉला छोड़कर भाग निक ला।

दुर्घटना के बाद हाईवे पर लगी भीड़
आईएसबीटी के सामने दुर्घटना के बाद हाईवे और सर्विस रोड पर चल रहे वाहन चालक थम गए। वे हृदय विदारक घटना को देखकर चर्चा करने लगे। इसी बीच वाहनों की हाईवे पर लंबी कतार लग गई। इसी बीच हादसे की खबर सुनकर पुलिस मौके पर पहुंच गई, ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने बमुश्किल वाहनों को हटाकर रास्ते को सुचारु किया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

पीएम पर कर्मचारियों में मारपीट
दुर्घटना में मृतक अंजय सुराना पुत्र विनोद सुराना की बॉडी को लेकर पुलिसकर्मी पोस्टमार्टम पहुंच गए। जहां पीएम कर्मचारियों की निजी कर्मचारी से नोकझोंक हो गई। कर्मचारियों ने एक जुट होकर उनको भगा दिया। इससे आधे घंटे तक पीएम कार्य प्रभावित रहा।

पापा के दिए गिफ्ट यादकर रोने लगी
आरुषि ये मानने को तैयार नहीं थी कि उनके पिता की मौत हो चुकी है, उसने बताया कि सुबह अंजय सुराना तगादा लेने की बात कहकर घर से निकले थे। अंजय सुराना चांदी कारोबारी हैं, पिछले कई दिनों से वो सिकंदरा जाने की बात कह रहे थे। जहां कि सी व्यक्ति से उनको रुपए लेने थे, वहीं व्यापारिक बातें भी करनीं थंी।