आगरा। वाहन चलाते समय कार चालक कई तरह की लापरवाही करते हैं। ऑटोमोबाइल इंजीनियर पवन देव सिंह कहते हैं कि तीन कारणों से आग लगने की संभावना अधिक रहती हैं। इनमें प्रमुख रूप से कार चालक द्वारा समय पर पेट्रोल, सीएनजी या एलपीजी लीकेज चैक नहीं करना, कटी हुई वायङ्क्षरग को जोड़ तोड़कर उपयोग करना, अल्टीनेटर का ओवरचार्ज करने जैसी स्थिति को चालक हल्के में लेते हैं। इसके बाद वह स्वयं को संकट में डालकर दूसरों की जान भी खतरे में डाल देते हैं।


ऐसे किए जाता है हाइड्रो परीक्षण
ऑटोमोबाइल इंजीनियर पवन देव सिंह के अनुसार, सीएनजी या एलपीजी लगे वाहनों का प्रत्येक तीन वर्ष में किसी मान्यता प्राप्त केंद्र से हाइड्रो परीक्षण करना जरूरी है। कंपनी के मान्यता प्राप्त केंद्र में सर्वप्रथम सिलेंडर को खाली किया जाता है। इसके बाद सिलेंडर को वाहन से अलग कर दिया जाता है। कंप्रेशर से अटैच कर 340 से 350 किलोग्राम, सेंटीमीटर तक का भारी प्रेशर सिलेंडर में छोड़ा जाता है। इससे सिलेंडर की प्रेशर क्षमता का सही तरीके से परीक्षण हो सके। पांच मिनट तक प्रेशर को रखा जाता है। गैस पंपों पर अधिकतम 200 किलोग्राम, सेंटीमीटर का प्रेशर आमतौर पर वाहनों में भरा जाता है। उसके बाद उसे बाहर निकालकर पानी से खाली किया जाता है। जांच के बाद तकनीकी विधि द्वारा फिट करके गैस भरी जाती है। अधिकांश कारों में अवैध रूप से गैस किट लगी हैं। जिन पर न तो पुलिस ध्यान देती और न ही आरटीओ ध्यान देता है। ऐसे में ये वाहन खुलेआम सड़क पर दौड़कर मौत को दावत देते हैं।

सावधानी बरतने पर हादसे पर लग सकता है अंकुश
- वायङ्क्षरग कटी हुई है तो उसे रिपेयर नहीं कराकर नई वायर लगवाकर कार का उपयोग करें।
-अल्टीनेटर द्वारा बैटरी चार्ज करने की समस्या को लेकर तुरंत किसी अच्छे इंजीनियर को दिखाएं।
-समय-समय पर रेडिएटर में कूलेंट चैक करें।
-एक सप्ताह के भीतर कार में पानी को चैक करते रहे।
-एक माह के भीतर ही कार में लीकेज चैक करें।
-गर्मी के मौसम में कार को ठंडे स्थान पर खड़ा करने की कोशिश करे।
-एयर कंडीशनर में भी गैस रिसाव होने से आग लग जाती है।


इस वर्ष आग की घटनाएं
23 जनवरी 2022 - आगरा से उदयपुर जा रही बस में अचानक लगी आग।
14 मार्च 2022 फिरोजाबाद से आगरा शिरकत करने आए हाइवे पर मां, बेटा और पिता बाल-बाल बचे

10 अप्रैल 2022
आग का गोला बी शू-एक्सपोर्टर की कार, सवार ने कूदकर बचाई जान।

24 अप्रैल 2022
आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर कार में भीषण आग, दो कार सवार बाल-बाल बचे।

28 अप्रैल 2022
एमजी रोड पर कार बनी आग का गोला, बाल-बाल बचा आर्किटेक्ट का परिवार, कार जलकर राख।

3 मई 2022
-सदर के सेवला में एक्टिवा में लगी आग, शॉर्टसर्किट से बताया गया हादसा, चालक ने भाग कर बचाई जान।

12 मई 2022
हरीपर्वत के दिल्ली गेट पर सवारी ऑटो में लगी आग, चालक और सवारियों भागकर बचाई जान।



अवैध रूप से गैस किट लगे वाहनों का मामला गंभीर है। समय-समय पर वाहनों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया जाता है। जल्द ही मानकों को ताकपर रख चलाने वाले वाहन स्वामियों पर शिकंजा कसा जाएगा।
अरुण चंद, एसपी ट्रैफिक