हाईवे के दोनों ओर देखे जा सकते हैं वाहन
नेशनल हाइवे 19 पर स्पीड से वाहन चलाने का लाभ तो सभी को मिल रहा है, लेकिन जान का जोखिम भी बढ़ गया है। हाईवे पर चलने वाले माल भरे हुए ट्रक हो या अन्य कोई वाहन चालक की लापरवाही से दुर्घटना का कारण भी बन रहे हैं। आगरा, लखनऊ हाइवे पर एक दिन पूर्व तीन लोग दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। इसका मुख्य कारण सड़कों के दोनों ओर वाहन ही वाहन खड़े नजर आते हैं। यही हाल, नेशनल हाइवे 19 का है।

घटना के 24 घंटे बाद भी लापरवाही
आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर घटना के 24 घंटे बीतने के बाद भी कार्रवाई न होने से चौबीस घंटे बाद भी सड़क के दोनों ओर ट्रक व भारी वाहन खड़े हैं, जो कभी भी हादसे का कारण बन सकते हैं। सड़क किनारे चालक अपने वाहन अक्सर रात में बेतरतीब खड़ा कर देते हैं, जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं, जिनमें लोगों की जान भी बड़ी संख्या में जा रही है। पीछे से आने वाले तेज रफ्तार वाहन खड़े वाहन में टकरा जाते हैं। ऐसी कई घटनाएं हो चुकीं, लेकिन लापरवाह वाहन चालकों पर आज तक लगाम नहीं लग सकी। न ही जिम्मेदारों का इस ओर कोई ध्यान है।


न रेडियम संकेत, ना पार्किंग लाइट
हाईवे के नजदीक संबंधित थानों के सिपाहियों को रात व दिन में प्रत्येक चौराहों पर गश्त पर रहने के निर्देश हैं, लेकिन वह कभी कभार ही दिखाई देते हैं। दुर्घटनाएं अक्सर ढाबों के आसपास होती हैं, जब ट्रक चालक लापरवाही से वाहन खड़ा कर देते हैं। खड़े वाहनों में न तो पार्किंग लाइट जलाई जाती है और न ही रेडियम संकेत होते हैं। हादसा होने का कारण भी यही है। ऐसे वाहन खंदारी, गुरुद्वारे के बीच खड़े वाहन हादसे को दावत दे रहे हैं।


ढाबों के पास नहीं होती चेकिंग
सबसे ज्यादा बड़े वाहन ढाबों पर खड़े नजर आते हैं। रात व दिन मेें यहां वाहन एक के पीछे एक खड़े रहते हैं। रात के समय तो आलम और भी भयंकर होता है, यहां से निकलने में भी डर बना रहता है। नियमित चेकिंग न होने और चालान न होने की वजह से यहां हादसे का डर बना रहता है। छुटपुट मामले तो यहां प्रतिदिन होते रहते हैं।


ट्रकों से निकलते लोहे के सरिए खतरनाक
कई बार ट्रकों या अन्य लोडिंग वाहनों में उनकी क्षमता से अधिक माल भरा होता है। लोहे के सरिए, गर्डर आदि जो लोडिंग की लंबाई में न आते हुए पीछे निकले रहते हैं। इस तरह के वाहन भी हादसों का कारण बनते हैं। पीछे से आ रहे वाहन कभी भी इन सरियों या लोहे के गर्डर से टकरा सकते हैं, इसलिए हाईवे पुलिस, यातायात पुलिस व परिवहन विभाग को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।



हाइवे पर यह रखें सावधानी
-यदि आप हाइवे पर कार ड्राइव कर रहे हैं तो सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि आप कितनी दूर तक देख पा रहे हैं। अपनी गाड़ी के लाइट और आपके देखने की क्षमता को ध्यान में रखकर स्पीड को नियंत्रण करें। स्पीड से अधिक न जाएं।

-कार को डिवाइडर और सड़क किनारे मार्किंग के पास बिल्कुल भी न चलाते हुए सड़क के दोनों ओर की मार्किंग को डिवाइड करने वाली मार्किंग लाइन से सटाकर चलाएं। इससे पीछे से आने वाले वाहन से भी बचाव होता है। साथ ही आगे सड़क किनारे कोई खराब ट्रक या अन्य वाहन खड़ा है तो उससे भी भिड़ंत होने से बचते हैं।

-चार पहिया वाहन चलाते समय पार्किंग लाइट ऑन रखें। यह लगातार ब्लिंकिंग करते हैं जिससे पीछे या सामने से आ रहे वाहनों को अपने वाहन की स्थिति का पता चल जाता है।

- दोपहिया वाहनों में भी इंडीकेटर व पार्किंग लाइट जलाकर चलें।
ऐसा नहीं है, सड़क किनारे वाहन खड़े करने वालों पर कार्रवाई की जाती है।



तीन महीने रोड पर खड़े वाहन
आगरा, ग्वालियर हाईवे पर पिछले तीन महीने से रोड पर ट्रक खड़े हैं। बताया जा रहा है कि ये वाहन पुलिस की कार्रवाई के दौरान खड़े किए गए हैं, सभी वाहनों की हवा निकाली गई है, स्थानीय निवासी रामकिशन का कहना था कि जहां भारी वाहनों को खड़ा किया गया है, यहां हर शुक्रवार और मंगलवार को सब्जी और फलों का बाजार लगता है। यहां आसपास के गांव की आबादी के 20 से 25 हजार से अधिक लोगों का मूवमेंट रहता है, इसके अलावा मार्के ट में खरीदारी के लिए भी लोग जमा होते हैं। बता दें कि ये सभी ट्रक और ट्रोला खनन कार्रवाई के दौरान खड़े किए गए हैं। ककुआ पुलिस चौकी के दोनों ओर हाईवे पर हैवी व्हीकल्स की कतारें लगी हुई हैं।


वर्ष 2022 मेें अब तक दुर्घटनाएं
-जनपद आगरा में रोड एक्सीडेंटस
638
-दुर्घटनाओं में मृतकों की संख्या
444
-दुघटना के दौरान घायल की संख्या
591


जल्द ही यातायात पुलिस हाइवे पर चेकिंग कर ऐसे चालकों पर कार्रवाई करेगी, रोजाना ऐसे वाहनों पर कार्रवाई कर जुर्माना वसूल किया जा रहा है।
अरुन चंद, ट्रैफिक